कोलमार (फ्रांस)। फ्रांस के एक पादरी को चर्च में नियमित तौर पर आने वाली चार लड़कियों के यौन शोषण और एक पीड़िता को पैसे देने के लिए 115,000 डॉलर की धनराशि के गबन के जुर्म में पांच साल की सजा सुनाई गई है जिसमें से दो साल की सजा बिना पैरोल के काटनी होगी। पीड़ितों में से एक की उम्र अपराध के समय महज नौ साल थी। उत्तरपूर्वी फ्रांस में कोलमार आपराधिक अदालत ने मुकदमे की सुनवाई बंद कमरे में की और शुक्रवार देर रात सार्वजनिक रूप से फैसले की घोषणा की।
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वकीलों के अनुसार, पादरी को मनोवैज्ञानिक जांच भी करानी होगी जो उसने पहले ही शुरू कर दी है। चार पीड़ितों में से तीन के अनुरोध पर बंद कमरे में सुनवाई शुरू की। ये चारों लड़कियां अपराध के समय नाबालिग थीं। इस अपराध को 2001 और 2006 तथा 2011 से 2016 के बीच अंजाम दिया गया।
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पादरी के वकील थिएरी मोजर ने एक बयान में बताया कि पादरी ने अपराधों पर बहुत खेद जताया और ऐसे असहनीय कृत्यों से आहत पीड़ितों तथा लोगों से माफी मांगी। उसने चर्च के लिए निर्धारित धनराशि में से 115,000 डॉलर के गबन की बात भी स्वीकार की। उसने यौन संबंध बनाने की एवज में एक पीड़िता को यह धनराशि दी थी।