By अंकित सिंह | Jan 31, 2024
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 31 जनवरी को संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित किया जिसमें उन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम (महिला आरक्षण विधेयक) के पारित होने की सराहना की। उनके संबोधन के साथ ही संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई। सरकारी कामकाज की अनिवार्यताओं के अधीन, सत्र 9 फरवरी को समाप्त हो सकता है। इसके अलावा, उन्होंने अपने संबोधन में राम मंदिर का जिक्र किया। राष्ट्रपति ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी जो अब पूरी हुई तथा राम लला भव्य मंदिर में विराजमान हुए। राष्ट्रपति ने बताया कि अयोध्याधाम में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पांच दिन में 13 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
मुर्मू ने कहा कि राम मंदिर की आकांक्षा सदियों से थी, आज सच हुई है।’’ उनकी इस टिप्पणी पर सदस्यों ने मेजें थपथपाईं। अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह गत 22 जनवरी को संपन्न हुआ। राष्ट्रपति का कहना था, ‘‘सभ्यताओं के कालखंड में ऐसे पड़ाव आते हैं जो सदियों का भविष्य तय करते हैं। भारत के इतिहास में भी ऐसे अनेक पड़ाव आए हैं। इस वर्ष, 22 जनवरी को भी देश ऐसे ही एक पड़ाव का साक्षी बना है।’’ मुर्मू ने कहा, ‘‘सदियों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो गए हैं। यह करोड़ों देशवासियों की इच्छा और आस्था का प्रश्न था, जिसका उत्तर देश ने पूरे सद्भाव के साथ खोजा है।’’
राष्ट्रपति मुर्मू ने वाराणसी और उज्जैन सहित देश के तीर्थस्थलों के विकास के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए बुधवार को बताया कि अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पांच दिन में 13 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने तीर्थस्थलों के विकास के लिए जो काम किए हैं उससे देश में तीर्थयात्रा आसान हुई है, वहीं दुनिया भी भारत में ‘हैरिटेज टूरिज्म’ को लेकर आकर्षित हुई है। उन्होंने कहा कि बीते एक वर्ष में आठ करोड़ से अधिक लोग काशी गए हैं। उन्होंने कहा कि पांच करोड़ से अधिक लोगों ने उज्जैन में महाकाल के दर्शन किए हैं। उन्होंने कहा कि 19 लाख से अधिक लोगों ने केदारनाथ धाम की यात्रा की है। उनकी इस बात का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित सत्ता पक्ष के विभिन्न सदस्यों ने मेजें थपथपा कर स्वागत किया।