By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 04, 2022
राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर ने बिहार की ‘‘महागठबंधन’’ सरकार में शामिल सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर बृहस्पतिवार को निशाना साधते आरोप लगसया कि वह प्रदेश के मुसलमानों के साथ ‘‘बंधुआ मजदूर’’ जैसा व्यवहार करती है।
अपनी जनसुराज पदयात्रा के दौरान पश्चिम चंपारण जिले के पुपरहिया गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए किशोर ने राजद पर अल्पसंखकों के तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘‘आपको इन लोगों ने बंधुआ मजदुर बना लिया है। आप अपने बच्चों के भविष्य की चिंता किए बगैर एक ही पार्टी के लिए वोट कर रहे हैं। सब कुछ गवां कर भी आप उनको वोट कर रहे हैं, आपको क्या मिला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘महागठबंधन अभी बना है, जब नीतीश भाजपा (भारतीय जनता पार्टी)के साथ थे तो भाजपा के दो उपमुख्यमंत्री थे, विधायक 75 थे। राजद के पास 77 विधायक हैं फिर भी दूसरा उपमुख्यमंत्री नहीं बना।’’ किशोर ने कहा कि ‘‘राजद के दो ही पैर हैं एम (मुस्लिम) और वाई (यादव)। दूसरा उपमुख्यमंत्री बनेगा तो लोग कहेंगे कि ‘एम’ को बनाओ। उनको भी पता है आप कहां जाएंगे , भाजपा से लड़ाई है रो कर भी आपको उन्हें ही वोट देना पड़ेगा।’’
किशोर जो अपने गृह राज्य की 3500 किलोमीटर लंबी पदयात्रा पर हैं। इस यात्रा के बाद उन्हें अपने जन सुराज अभियान के एक पूर्ण राजनीतिक दल के रूप में विकसित होने की उम्मीद है, को राजद द्वारा भाजपा द्वारा ‘‘वित्त पोषित’’ होने का आरोप लगाया जाता रहा है। आईपैक कंपनी के संस्थापक और चुनाव प्रचार प्रबंधक के रूप में ख्याति प्राप्त करने वाले किशोर ने कहा कि वे पिछले कई वर्षों से भाजपा से लड़ रहे हैं और ये लोग मुझे भाजपा का ‘बी टीम’ बता रहे हैं।
दो महीने पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा से नाता तोड़कर महागठबंधन में शामिल होने के बाद राजद सत्ता में आई थी। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले तेजस्वी यादव को नवगठित महागठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। तेजस्वी प्रदेश की पिछली महागठबंधन सरकार में भी उपमुख्यमंत्री बनाए गए थे।
किशोर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने जोर देकर कहा, ‘‘यदि संसद और राज्य विधानसभा के दोनों सदनों में किसी पार्टी द्वारा सबसे अधिक मुसलमानों को प्रतिनिधित्व दिया जाता है, तो राजद देश में नंबर एक है।’’ समस्तीपुर से तीसरी बार विधायक रहे शाहीन ने कहा, ‘‘यह कहा जा सकता है कि मुसलमानों को उनकी आबादी के अनुरूप हिस्सा नहीं मिल रहा है लेकिन यह सभी राज्यों और पार्टियों पर लागू होता है। हमारा ट्रैक रिकॉर्ड अन्य सभी की तुलना में बेहतर रहा है।’’
उन्होंने अपने दल पर एमवाई (मुस्लिम-यादव) की पार्टी होने के आरोपों पर भी आपत्ति जताई और पूछा, ‘‘क्या लालू जी या तेजस्वी जी ने कभी कहा है कि हम केवल यादवों और मुसलमानों की पार्टी हैं। क्या कोई पार्टी केवल दो सामाजिक समर्थन के साथ चुनाव में खड़ी होती है। एमवाई समूह की बात करना राजद से अन्य सभी वर्गों को दूर करने के लिए एक शरारत है।’’ उन्होंने किशोर के आरोपों को खारिज करते हुए कटाक्ष करते हुए कहा, केवल मुस्लिम से ही दूसरा उपमुख्यमंत्री क्यों होना चाहिए, दलित क्यों नहीं।