By अनुराग गुप्ता | Feb 07, 2022
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए बहस का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और दिल्ली सरकार पर जमकर निशाना साधा। इससे पहले राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एआईएमआईएम असदुद्दीन ओवैसी के मसले पर बयान दिया।
राज्यसभा की कार्यवाही
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सबसे पहले भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी गई और फिर उनके सम्मान में राज्यसभा की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। सुबह 10 बजे राज्यसभा की कार्यवाही आरंभ होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने लता मंगेशकर के निधन का जिक्र किया। सदस्यों ने कुछ क्षणों का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से अपील की कि वो केंद्र सरकार द्वारा मुहैया कराई गई सुरक्षा को स्वीकार कर लें। उन्होंने कहा कि ओवैसी के खतरे का पुन:मुल्यांकन करने के बाद और खतरे के आंकलन के आधार पर उन्हें बुलेट प्रूफ कार के साथ ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। हमारे पास मौखिक सूचना ओवैसी के द्वारा भेजी गई कि उन्होंने अभी भी सुरक्षा लेने से इनकार किया है।
महामारी के दौरान विपक्ष करता रहा राजनीति
भाजपा सदस्य सीमा द्विवेदी ने आरोप लगाया कि कोविड महामारी के दौरान जब पूरी दुनिया परेशान थी और केंद्र सरकार स्थिति से निपटने के लिए पूरा प्रयास कर रही थी, उस दौरान भी विपक्ष राजनीति करता रहा और उसने टीकों को लेकर अफवाह फैलाने की कोशिश की। भाजपा सदस्य सीमा द्विवेदी ने हा कि कोरोना महामारी से पूरा विश्व प्रभावित हुआ और भारत भी इससे अछूता नहीं रहा तथा हमने भी अपने कई नजदीकी लोगों को खोया। जब पूरी दुनिया त्राहि-त्राहि कर रही थी, उस संकट के दौर में भी विपक्ष राजनीति करता रहा।
वहीं कांग्रेस ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को निराशाजनक करार दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने समाज में दूरियां बढ़ने और अमीर व गरीब के बीच खाई गहरी होने का दावा करते हुए कहा कि घृणा और हिंसा से देश का हित नहीं होता। उन्होंने कहा कि एक लकीर खींची जा रही है...बांटने की बातें की जा रही है...कई संगठन हैं जो घृणा फैला रहे हैं और हिंसा करते हैं। यह किसी का हित नहीं करते। हम नहीं चाहते कि भारत की ऐसी छवि बने। हम वही चाहते हैं जो विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस और गांधी के दर्शन में है। कृपा कर उसको बचा कर रखें। यह दूसरा दर्शन बड़ा खतरनाक है। उन्होंने कहा कि यह हम सबका है और सभी को मिलकर इसे आगे लेकर जाना है। अगर बच्चों के दिमाग में...नौजवानों के दिन में लकीरें खींची जाएंगी तो यह भारत की आत्मा पर घाव होगा, जिसकी कीमत देश को चुकानी पड़ेगी।
लोकसभा की कार्यवाही
लोकसभा में भी स्वर कोकिला लगा मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी गई और फिर उनके सम्मान में एक घंटे के लिए लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए बहस का जवाब दिया और कांग्रेस पर एक के बाद एक कई हमले किए। उन्होंने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का जिक्र करते हुए साफ शब्दों में कहा कि पहली लहर के दौरान देश जब लॉकडाउन का पालन कर रहा था, जब विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया भर को सलाह देता था, सारे हेल्थ एक्सपर्ट कह रहे थे कि जो जहां है वहीं पर रुके। तब कांग्रेस के लोगों ने मुंबई के रेलवे स्टेशन पर खड़े रहकर मुंबई के श्रमिकों को जाने के लिए उनको टिकट दिया गया, लोगों को जाने के लिए प्रेरित किया गया ताकि महाराष्ट्र का बोझ कम हो, यूपी जाओ, बिहार के हो वहां जाओ... वहां कोरोना फैलाओ।
उन्होंने कहा कि बीते 2 सालों में 100 साल का सबसे बड़ा वैश्विक महामारी का संकट पूरी दुनिया की मानव जाति झेल रही है। जिन्होंने भारत के अतीत के आधार पर ही भारत को समझने का प्रयास किया, उनकों तो आशंका थी कि शायद भारत इतनी बड़ी लड़ाई नही लड़ पाएगा, खुद को बचा नहीं पाएगा।