भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के विवादित बयान के बाद भोपाल के मंदिरों में उनके खिलाफ पोस्टर लग गए है। दरअसल दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश सरकार के संत समागम सम्मेलन कार्यक्रम के दौरान कहा था कि भगवा वस्त्र पहनने वाले मंदिर में बलात्कार कर रहे हैं। जिसके विरोध में राजधानी के कई मंदिरों के बाहर पोस्टर लगाकर दिग्विजय सिंह को अंदर प्रवेश न देने की अपील की गई है। इन पोस्टरों में लिखा है कि हिन्दू समाज की यही पुकार हिन्दू विरोधी दिग्विजय सिंह के लिए मंदिरों के दरवाजे बंद हों बंद हों- निवेदक हिन्दू समाज। दिग्विजय सिंह के खिलाफ यह पोस्टर रात के अंधेरे में लगाए गए है। भोपाल के परशुराम मंदिर, हनुमान मंदिर और साई मंदिर के बाहर यह पोस्टर लगाए गए हैं।
दिग्विजय सिंह ने मंगलवार आध्यात्म विभाग के संत समागम सम्मेलन के दौरान अपने भाषण में कहा था कि भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार हो रहे हैं और मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। उन्होंने कहा था कि हमारे सनातन धर्म को जिन्होंने बदनाम किया है, उन्हें भगवान भी माफ नहीं करेगा। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि व्यक्ति अपना परिवार छोड़कर साधु बनता है। धर्म का आचरण करते हुए आध्यात्म की ओर मुड़ता है। लेकिन आज लोग भगवा वस्त्र पहनकर चूरन बेच रहे हैं। भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार हो रहे हैं, मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। क्या यह हमारा धर्म है? हमारे सनातन धर्म को जिन्होंने बदनाम किया है, उन्हें भगवान भी माफ नहीं करेगा।
हाल ही में दिग्विजय सिंह ने बीजेपी और बजरंगदल कार्यकर्ताओं को लेकर भी विवादित बयान दिया था जिसके बाद खूब हंगाम हुआ था। मध्य प्रदेश के भिंड में 31 अगस्त 2019 को मीडिया से बातचीत के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा था कि जितने भी पाकिस्तान के लिए जासूसी करते पाए गए हैं, वे लोग बजरंग दल, बीजेपी और आईएसआई से पैसा ले रहे हैं। आईएसआई के लिए जासूसी मुसलमान कम कर रहे हैं और गैर-मुसलमान ज्यादा कर रहे हैं। इसको भी समझ लीजिए। जो लोग आईएसआई से पैसा लेते हैं, वही बीजेपी और आरएसएस से भी पैसा लेते हैं। इसी बयान को लेकर दिल्ली की एक अदालत में दिग्विजय सिंह के खिलाफ मानहानि की शिकायत दायर की गई है। जिसकी सुनवाई 09 अक्टूबर 2019 को तय की गई है।
लेकिन संत समागम सम्मेलन के दौरान एक बार फिर से विवादित बयान देकर दिग्विजय सिंह फिर से विपक्षी दलों और धार्मिक संगठनों के निशाने पर आ गए है। हालांकि प्रदेश के कई मंत्री और विधायक दिग्विजय के पक्ष में बोलते नजर आ रहे हैं। मंत्री गोविंद सिंह ने दिग्विजय सिंह का पक्ष लेते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह से धार्मिक कौन है हिन्दू रीति रिवाजों को माने वाले और अभी हाल ही में पैदल गोवर्धन परिक्रमा की है। कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह कहा कि दिग्विजय सिंह ने जो बयान दिया वह सबके लिए नहीं है। उन्होंने कहा कि कई उदाहरण हैं जो भगवा पहनकर मंदिरों में कुकर्म करते हैं। बीजेपी के सांसद भी इस घेरे में हैं लेकिन पुलिस ने अभी तक एफआईआर तक नहीं की है। उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी और आरएसएस हिन्दू धर्म के नाम पर राजनीति करती है। बहरहाल दिग्विजय सिंह के इस बायान को लेकर लोग तीखी प्रतिक्रिया दे रहे है। वही राजधानी भोपाल में कांग्रेस महासचिव के खिलाफ मंदिरों के बाहर लगे पोस्टरों के बाद जल्द ही यह मामला शांत होने वाला नहीं लग रहा।