नई दिल्ली। मोदी कार्यकाल 2 का पहला केंद्रीय बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संवाददाताओं से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाके के लिए बजट में खास ध्यान रखा गया है। शहरी इलाकों के लिए भी बजट में की योजनाओं की घोषणा की गई है। बजट में समाज के सभी तबकों को एक साथ लाए जाने का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि हमने बजट के जरिए एक बेहतर भारत बनाने की कोशिश की है। बजट में 5 साल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ग्रामीण भारत, शहरी भारत और युवाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। इसके अलावा समाज के सभी वर्गों को भी बजट में समाहित करने की कोशिश की गई है।
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बैंक के हालात का जिक्र करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि बैंकों के मुश्किल हालात पर ध्यान दिया गया है। एनडीएफसी (NDFC) की समस्या पर ध्यान दिया गया है। एससी-एसटी और गरीबों की कल्याण की योजनाओं पर राशि बढ़ाई गई है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि बजट में बहुत तोहफा है। हर साल बैंक अकाउंट से एक करोड़ निकालने की जरूरत क्या होगी? हम ट्रांजैक्शन के खिलाफ नहीं हैं, कैश के खिलाफ हैं।
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इसी के साथ वित्त मंत्री ने सरकार का विजन स्पष्ट करते हुए कहा कि हम इकॉनमी के समग्र विकास की ओर बढ़ना चाहते हैं। हमने ग्रामीण इक़ॉनमी को मजबूत करने पर काम किया है। इसके अलावा हम यह भी देख रहे हैं कि कैसे शहरी जीवन को बेहतर किया जाए।