By अभिनय आकाश | Nov 19, 2024
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की नौ सीटों को लेकर हो रहे उपचुनाव को लेकर सियासत तेज है। सभी सीटों पर अब प्रचार भी थम चुका है। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से कहा है कि ऐसी व्यवस्था स्थापित करें जिससे मतदान के दिन कोई भी पुलिसकर्मी किसी भी मतदाता की आईडी की जांच न करे। समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान कई पोलिंग बूथों पर मुस्लिम महिलाओं को डराने धमकाने का काम किया गया। इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने मांग की है कि नौ सीटों पर वोटिंग खत्म हो जाने के बाद एजेंट को कुल मतदाता के पड़े वोट कीरी जानकारी की प्रमाणिकता की कॉपी उपलब्ध कराई जाए। चुनाव आयोग को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामपाल की तरफ से ये पत्र लिखा गया है और पार्टी की मांग को सामने रखा गया है। इस पत्र के जरिए इस संबंध में संबंधित अधिकारी, जिला अधिकारी, सामान्य प्रेषक, पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को लिखित आदेश जारी किया जाए।
मतदान अधिकारियों ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया
समाजवादी पार्टी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मतदान केंद्रों पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने अपनी शक्ति और पद का दुरुपयोग किया और सपा समर्थकों, विशेषकर मुस्लिम महिला मतदाताओं से उनके बुर्का हटवाए, जिससे महिलाओं में डर पैदा हो गया। उन्होंने कहा कि उनमें से कई लोग वोट डाले बिना ही मतदान केंद्रों से चले गए। बड़ी संख्या में सपा समर्थक अपने मताधिकार का प्रयोग किए बिना लौट आए, जिससे चुनाव प्रभावित हुआ और मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या में गिरावट आई।
यूपी विधानसभा उपचुनाव 2024
उत्तर प्रदेश की मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, शीशामऊ, फूलपुर, कटेहरी और मझवां सहित नौ सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं। वहीं, सबसे कम पांच-पांच उम्मीदवार खैर (सुरक्षित) और सीसामऊ सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।