By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 05, 2019
अबू धाबी। पोप फ्रांसिस और इमाम शेख अहमद अल-तैयब ने किसी भी धर्म में आस्था रखने की स्वतंत्रता के लिए एक संयुक्त अपील की है। कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप फ्रांसिस की यह अरब प्रायद्वीप की पहली यात्रा है। इस्लाम की शुरूआत अरब प्रायद्वीप से ही हुई थी। पोप संयुक्त अरब अमीरात की तीन दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा पर हैं। पोप खाड़ी देश में मुस्लिम देश के 1,35,000 कैथोलिक निवासियों के लिए अभी तक की सबसे बड़ी सभा को संबोधित करने वाले हैं।
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अबू धाबी के काहिरा में, सुन्नी इस्लाम के प्रतिष्ठित मदरसे अल-अजहर के इमाम शेख अहमद अल-तैयब ने पोप के साथ वार्ता की। दोनों धार्मिक नेताओं ने ‘विश्व शांति और एक साथ रहने की खातिर मानवीय भाईचारे’ को बढ़ावा देने के लिए एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए।
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वेटिकन ने इसे ‘‘ईसाइयों और मुसलमानों के बीच बातचीत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम’’ बताया है। उन्होंने ‘‘आस्था की स्वतंत्रता’’, "सहिष्णुता की संस्कृति का प्रचार", "पूजा स्थलों के संरक्षण" और अल्पसंख्यकों के लिए "पूर्ण नागरिक" अधिकार देने की भी अपील की।