By अंकित सिंह | Aug 03, 2024
अयोध्या रेप केस मामले में सियासत तेज हो गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने डीएनए टेस्ट की मांग कर दी। वहीं, अखिलेश के इस मांग पर मायावती भड़क गई हैं। अखिलेश यादव ने एक्स पोस्ट में लिखा कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी हो उसे क़ानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की माँग है।
वहीं, मायावती ने लिखा कि यूपी सरकार द्वारा अयोध्या गैंगरेप केस में आरोपी के विरुद्ध की जा रही सख्त कार्रवाई उचित, लेकिन सपा द्वारा यह कहना कि आरोपी का DNA टेस्ट होना चाहिये, इसे क्या समझा जाए। जबकि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने DNA टेस्ट हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि साथ ही, यूपी में अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था में भी ख़ासकर महिला सुरक्षा व उत्पीड़न आदि को लेकर बढ़ती चिन्ताओं के बीच अयोध्या व लखनऊ आदि की घटनाएं अति-दुखद व चिन्तित करने वाली। सरकार इनके निवारण के लिए जाति-बिरादरी एवं राजनीति से ऊपर उठकर सख़्त कदम उठाए तो बेहतर।
राज्यसभा सांसद बाबूराम निषाद और यूपी सरकार के मंत्री नरेंद्र कश्यप के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल 12 वर्षीय लड़की के परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए रविवार को अयोध्या पहुंचेगा, जिसके साथ समाजवादी पार्टी के एक सदस्य सहित दो लोगों द्वारा कथित तौर पर बलात्कार किया गया था। वे पूरे मामले की रिपोर्ट भी पार्टी नेतृत्व को सौंपेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी।
मुख्यमंत्री ने एक्स पर कहा, ''मैंने अयोध्या जिले के बीकापुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक डॉ. अमित सिंह चौहान के साथ अयोध्या के पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात की।'' उन्होंने मुलाकात की एक तस्वीर साझा की, जिसमें परिवार के सदस्यों के चेहरे धुंधले थे। उन्होंने हिंदी में पोस्ट किया, "दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, (और) उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम लड़की को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"