By अंकित सिंह | Aug 14, 2022
राजस्थान में जालोर जिले में दलित छात्र की मौत पर राजनीतिक बवाल भी शुरू हो गया है। पूरा मामला जालोर के एक निजी स्कूल का है जहां एक अध्यापक ने पेयजल का मटका छूने पर नौ वर्षीय एक दलित बच्चे को कथित रूप से पीटा, जिसके बाद शनिवार को उसकी मौत हो गई। इसके बाद अब भाजपा ने अशोक गहतोल की सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ने कहा कि जालोर में मासूम इंद्र की हत्या बेहद दुखद व निंदनीय है। देश को आजाद हुए भले ही 75 वर्ष हो गए, लेकिन कुछ लोगों की मानसिकता अब भी बदली नहीं है। मैं राजस्थान को शर्मसार करने वाली इस घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए जल्द से जल्द इंद्र को न्याय दिलाने की मांग करती हूं।
दूसरी ओर राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि एक व्यक्ति ऐसे कृत्य तभी करता हैजब उसे प्रशासन का डर नहीं रह जाता है। अनगिनत घटनाओं से पता चलता है कि राज्य के सीएम और एचएम असहाय हैं। इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर लिका कि सुराणा, जालोर के नौ वर्ष के विद्यार्थी इंद्र मेघवाल की ऐसी क्या गलती थी कि उसे पीटकर गहरे जख्म दिए जिससे उसकी मौत हो गई? इसका जिम्मेदार कौन है? मुख्यमंत्री जी आपके राज में एक वंचित वर्ग का छात्र सुरक्षित नहीं है। पीड़ित परिवार की सहायता कर दोषियों पर शीघ्र कार्यवाही करनी चाहिए। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने 40-वर्षीय अध्यापक चैल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और उस पर हत्या और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत आरोप लगाए हैं।
सुराणा गांव में एक निजी स्कूल के छात्र इंद्र मेघवाल की 20 जुलाई को पिटाई की गई थी और अहमदाबाद के एक अस्पताल में शनिवार को उसकी मौत हो गई। राज्य के शिक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जालोर के पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि लड़के को बुरी तरह से पीटा गया था। उन्होंने कहा कि बताया गया है कि पीने के पानी का बर्तन छूने के कारण बच्चे की पिटाई की गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी जांच की जानी है। बच्चे के पिता ने कहा कि उसके बेटे के चेहरे और कान पर चोटें आई थीं और वह लगभग बेहोश हो गया था। पिता के अनुसार, उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे उदयपुर के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया।