By नीरज कुमार दुबे | Sep 02, 2024
महाराष्ट्र में राजनेताओं की ओर से की जा रही बयानबाजी के दौरान औरंगजेब और अफजल खान का नाम आजकल खूब सुना जा रहा है तो दूसरी ओर राजस्थान में अकबर को लेकर विवाद हो रहा है। हम आपको बता दें कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री और अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले मदन दिलावर ने ऐलान कर दिया है कि मुगल बादशाह अकबर का महिमामंडन करने वाली और उन्हें 'महान' बताने वाली किताबों को “जला दिया जाएगा।” राजस्थान के शिक्षा मंत्री ने उदयपुर में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विवेकानंद सभागार में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
मंत्री ने कहा कि अकबर की तुलना महाराणा प्रताप से करना राजपूत योद्धा और राजस्थान के गौरव का अपमान है। मदन दिलावर ने महाराणा प्रताप को लोगों का रक्षक बताया जिन्होंने कभी आक्रांताओं के सामने झुकना स्वीकार नहीं किया जबकि “अकबर ने अपने फायदे के लिए कई लोगों को मरवाया।” उन्होंने कहा, “अकबर की तुलना महाराणा प्रताप से करना व अकबर को महान बताना, ये मूर्खता थी। ये मेवाड़, राजस्थान, भामाशाह और आन बान शान के प्रतीक महाराणा प्रताप का अपमान है।” मदन दिलावर ने कहा, “हमने सब किताबें देख ली हैं। हमें अब तक (अकबर का महान के रूप में उल्लेख) नहीं (मिला) है।'' उन्होंने कहा कि हम उन किताबों को जला देंगे।”
हम आपको बता दें कि मदन दिलावर इससे पहले भी अकबर को बलात्कारी और दुराचारी सम्राट बता चुके हैं। वैसे इतिहास गवाह है कि महाराणा प्रताप मेवाड़ के महान राजपूत राजा थे जो मुगल साम्राज्य के खिलाफ बहादुरी और प्रतिरोध के लिए प्रसिद्ध रहे।
जहां तक महाराष्ट्र की राजनीति की बात है तो आपको बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने प्रतिद्वंद्वी और पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोलते हुए उन पर औरंगजेब तथा अफजल खान के कार्यों का अनुकरण करने तथा छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि मुगल सम्राट औरंगजेब और शिवाजी के बीच प्रतिद्वंद्विता थी और औरंगजेब ने धोखे से उन्हें कैद कर लिया था। औरंगजेब ने शिवाजी के पुत्र और उत्तराधिकारी छत्रपति संभाजी की हत्या भी कर दी थी। वहीं बीजापुर के सेनापति अफजल खान को मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी ने मार गिराया था।