By अंकित सिंह | Aug 04, 2023
बिहार में लोकलाज को लेकर राजनीतिक तेज होते दिखाई दे रही है। दरअसल, दिल्ली सेवा विधेयक पर गुरुवार को लोकसभा में चर्चा हुई। इसी दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने लोकलाज से लेकर संघीय ढांचे तक की दुहाई दी। इसके साथ ही ललन सिंह ने कहा कि लोकतंत्र लोकलाज से चलता है। अब भाजपा लोकलाज को लेकर ललन सिंह पर पलटवार कर रही है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने संसद में इतिहास को याद दिलाते हुए कहा कि ललन जी आप लोकलाज की बात नहीं करें तो बढ़िया है क्योंकि जिस चारा घोटाले को लेकर बिहार के जनता के सामने गए थे, आज चारा घोटाला करने वालों के साथ आप सरकार में बैठे हुए हैं। आपके मुंह से लोकलाज अच्छा नहीं लगता।
बिहार में भी लोकलाज को लेकर राजनीति तेज हो गई है। बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि जदयू को लोकलाज जैसे विषय पर चर्चा करने का कोई हक नहीं है क्योंकि वह जिस पार्टी के साथ जीतकर सत्ता में जाती है, उसे छोड़ कर भाग जाती है। यह काम जदयू के इतिहास में आ चुका है। वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने भी जदयू पर निशाना साधा। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू परिवार के विरुद्ध पुख्ता सबूत जांच एजेंसियों को दिये और बाद में लालू प्रसाद से ही डील कर सत्ता बचा ली, उनके मुहँ से लोकलाज की बात अच्छी नहीं लगती।
मोदी ने कहा कि यदि हिम्मत हो, तो ललन सिंह माफी मांगते हुए ऐलान करें कि लालू परिवार दूध का धुला है और उस पर भ्रष्टाचार के सबूत उपलब्ध करा कर उन्होंने गलती की। उन्होंने कहा कि यदि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नीतीश कुमार को लोकलाज का खयाल होता तो उन्होंने चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद से हाथ नहीं मिलाया होता। मोदी ने कहा कि जमीन के बदले नौकरी और आईआरसीटीसी मामले में आरोपी तेजस्वी यादव से हाथ मिलकर राज करना क्या लोकलाज है? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कई मामलों में तेजस्वी यादव को 2025 के लिए अपना उत्तराधिकारी क्यों घोषित कर दिया। क्या यह लोकराज का सम्मान है?