लखीमपुर खीरी जिले में कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों के प्रदर्शन स्थल हुई हिंसा की घटना को लेकर भड़के विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए घटनास्थल कूच का ऐलान किया है।
हालांकि इस संबंध में पुलिस ने नेताओं से मौके पर नहीं जाने की अपील करते हुए उन्हें रोकने की पहल शुरू कर दी है। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा तथा बहुजन समाज पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा समेत कई नेताओं के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उनके सोमवार को खीरी जाने की जानकारी दी।
इसके अलावा विभिन्न दलों के शीर्ष नेताओं के घटनास्थल पर पहुंचकर सोमवार को पीड़ित किसानों से मिलने की खबर चर्चा में है। इसी बीच रविवार की देर रात यह खबर है कि कुछ विपक्षी दलों के शीर्ष नेता खीरी रवाना होने की तैयारी में हैं और लखनऊ आयुक्तालय पुलिस उन्हें जाने से रोक रही है और उन्हें नजरबंद कर रही है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते लखनऊ में कई दिनों के प्रवास के बाद दिल्ली पहुंची प्रियंका गांधी वाद्रा रविवार की रात कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के साथ वापस लखनऊ आयीं और वह आधी रात के बाद खीरी के लिए रवाना हो गयी हैं। उनकी रवानगी से पहले कांग्रेस ने उन्हें नजरबंद किए जाने की आशंका जतायी थी।
इस संदर्भ में जब लखनऊ पुलिस आयुक्तालय के आयुक्त डी. के. ठाकुर से सवाल किया गया था कि क्या पुलिस ने प्रियंका गांधी और सतीश मिश्रा समेत अन्य नेताओं को नजबंद किया है तो उन्होंने पीटीआई- से कहा, ‘‘हमने बस यही अनुरोध किया कि वहां (लखीमपुर खीरी) न जाएं। यह पूछा गया कि क्या लोग जाएंगे तो रोका जाएगा तो उन्होंने कहा कि जी।
सोशल मीडिया के एक ग्रुप पर सतीश चंद्र मिश्रा के कार्यालय ने उनके हवाले से पोस्ट किया, ‘‘लखीमपुर खीरी के लिए निकलते समय हमें उत्तर प्रदेश शासन द्वारा रोक दिया गया है। जितना जोर आजमाइश कर लीजिए अवाज दबने वाली नहीं है। आगे उन्होंने लिखा है, बिना लिखित आदेश के उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा हमारे घर पर ही हमें जबरन रोका जा रहा है।