By अभिनय आकाश | Mar 12, 2022
रूस और यूक्रेन में जारी जंग के बीच पाकिस्तान के इमरान खान की कुर्सी पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इसकी वजह वहां की अंदरूनी सियासी कलह का चरम पर होना है। दरअसल, इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद मौलाना फजल उर रहमान की पार्टी के सांसद सलाउद्दीन आयूबी समेत दस लोगों की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष ने सरकार के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया। बड़ी संख्या में विपक्षी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस्लामाबाद में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पाकिस्तानी विपक्षी दलों के अलाइंस पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के प्रमुख मौलाना फजर उर रहमान खुद इस प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे हैं। प्रदर्शन को पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने भी समर्थन किया है।
पाकिस्तानी संसद में पुलिस
इमरान की सत्ता को बचने के लिए गृहमंत्री शेख रशीद के इशारे पर पुलिस ने संसद के अंदर बने लॉज में छापा मारा। ये पुलिसकर्मी पाकिस्तान को देवबंदी इस्लामिक पार्टी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल गुट के वालिंटियर फोर्स अंसारउल इस्लाम के सदस्यों को पकड़ने के लिए पहुंचे थे। अंसारउल इस्लाम के सदस्यों विपक्षी सांसदों को सुरक्षा देने के लिए बुलाया गया था। विपक्ष को डर कि अविश्वास प्रस्ताव से पहले उनके सांसदों को सरकार के इशारे पर उठाया जा सकता है, इसी वजह से वे अपने सांसदों की सुरक्षा कर रहे थे। शेख रशीद ने कहा कि हम इन जैसे दूसरों को संसद में घुसने से रोकने की भी कोशिश कर रहे हैं।
विदेशी ताकत ह इमरान को हटाना चाहते हैं
इमरान खान ने दावा किया है कि विपक्षी कदम के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस राजनीतिक स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। पाकिस्तानी पीएम ने दावा किया कि सांसदों को 18 करोड़ रुपये का ऑफर विपक्षी दलों की ओर से दिया गया है। इमरान के राजनीतिक मामलों के विशेष सलाहकार शाहबाज गिल का मानना है कि अमेरिका और उसके सहयोगी इमरान खान को हटाना चाहते हैं।