By अंकित सिंह | Aug 09, 2024
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के एक बयान को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने पलटवार किया है। दरअसल, सिद्धारमैया ने उनसे सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेने को कहा था क्योंकि वह POCSO अधिनियम के एक मामले में आरोपी हैं। इसी को लेकर येदियुरप्पा ने शुक्रवार को कहा कि जब अदालत मामले पर फैसला करेगी तो सच्चाई सामने आ जाएगी और सिद्धारमैया को करारा जवाब मिलेगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) साइट आवंटन 'घोटाले' की ओर इशारा करते हुए सिद्धारमैया पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके सेवानिवृत्त होने और घर जाने का समय आ रहा है।
येदियुरप्पा ने कहा कि सिद्धारमैया को ऐसी बातें कहनी ही पड़ती हैं। उनके रिटायर होने और घर जाने का समय आ रहा है, उनके लिए दूसरों के बारे में ऐसी बातें कहना स्वाभाविक है। येदियुरप्पा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कौन रिटायर होगा, कौन नहीं होगा, यह हमें आने वाले दिनों में पता चलेगा, जब कुछ दिनों में कोर्ट द्वारा मामले का फैसला किया जाएगा। उसके बाद तय करेंगे कि कौन रिटायर होगा। पत्रकारों से बात करते हुए 81 वर्षीय नेता ने कहा, "एक बार जब अदालत का फैसला आ जाएगा (मेरे खिलाफ मामले पर) तो सच्चाई सामने आ जाएगी। तब तक मैं कुछ नहीं कहूंगा। मुझे लगता है कि अदालत के आदेश के बाद सिद्धारमैया को करारा जवाब मिलेगा। वह जो भी बोल रहे हैं, उन्हें बोलने दें, उनके पास समय है। लोग उन्हें करारा जवाब देंगे।"
MUDA साइट आवंटन घोटाले के सिलसिले में येदियुरप्पा के इस्तीफे की मांग करने के "नैतिक अधिकार" पर सवाल उठाते हुए सिद्धारमैया ने बुधवार को आग्रह किया था कि पूर्व को सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि वह यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के एक मामले में आरोपी हैं। यह मामला इस साल 14 मार्च को एक 17 वर्षीय लड़की की मां की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था, जिसने आरोप लगाया था कि येदियुरप्पा ने दो फरवरी को बेंगलुरु के डॉलर्स कॉलोनी में अपने आवास पर एक बैठक के दौरान उसकी बेटी का यौन उत्पीड़न किया था।