By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 06, 2019
कांचीपुरम (तमिलनाडु)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि वह खुद को मिल रही धमकियों और गालियों से परेशान नहीं हैं और वह भारत को मजबूत बनाने के लिए हर जरूरी काम करेंगे। प्रधानमंत्री ने अपनी 'हत्या' किए जाने संबंधी कांग्रेस नेता की एक टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं धमकियों और गालियों को लेकर परेशान नहीं हूं। भारत को मजबूत करने के लिए जो कुछ जरूरी है, उसे करूंगा।’’ मोदी ने विपक्ष की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि वे लोग राजनीति और स्वार्थी हितों से दिशानिर्देशित हैं और कभी मजबूत भारत या मजबूत सशस्त्र बल नहीं चाहा। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी के खिलाफ नफरत रोज एक नये स्तर पर जा रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसे लेकर प्रतिस्पर्धा है कि उन्हें सबसे ज्यादा गाली कौन देता है...यहां तक कुछ लोग मेरी निचली जाति को गाली देते हैं।’’
उन्होंने कहा कि विपक्ष को राष्ट्र को आगे ले जाने की अपनी योजना को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए। उन्होंने विपक्ष के खिलाफ अपने ‘‘महामिलावट’’ तंज को भी दोहराया। मोदी ने यह याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल करते हुए लगभग 50 (राज्य) सरकारों को बर्खास्त कर दिया था। यहां तक द्रमुक भी इसका शिकार बना था। उन्होंने एम. केँ. स्टालिन नीत पार्टी (द्रमुक) पर प्रहार करते हुए कहा, ‘‘मूल्यों से ऊपर अवसरवादिता हो गई है।’’
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अन्नाद्रमुक के साथ भाजपा का चुनावी गठबंधन होने के बाद मोदी ने तमिलनडु में अपनी प्रथम जनसभा में चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर राज्य के दिवंगत मुख्यमंत्री एम जी रामचंद्रन के नाम पर करने की घोषणा की। मोदी ने कहा कि राज्य के सत्तारूढ़ दल की काफी समय से लंबित एक मांग पूरी करते हुए हमने चेन्नई सेंट्रल स्टेशन का नाम महान एमजीआर के नाम पर करने का फैसला किया है। उन्होंने यहां एक महारैली को संबोधित करते हुए यह भी कहा, ‘‘हम इस बात पर भी गंभीरता से विचार कर रहे हैं कि तमिलनाडु आने - जाने वाली उड़ानों के अंदर तमिल भाषा में उदघोषणा हो।’’