By नीरज कुमार दुबे | Jan 06, 2022
पंजाब दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक मामले ने बड़ा राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इस बीच प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है। राष्ट्रपति भवन में हुई इस मुलाकात में कोविंद ने, प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक की घटना को लेकर चिंता जाहिर की। राष्ट्रपति भवन ने राष्ट्रपति कोविंद के हवाले से ट्वीट में यह जानकारी दी और मुलाकात के चित्र भी साझा किए। मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ''राष्ट्रपति जी से भेंट की। उनकी ओर से चिंता व्यक्त करने के लिये आभार। उनकी शुभकामनाओं के लिये आभारी हूं जो हमेशा शक्ति का स्रोत रहे हैं।’’ उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भी प्रधानमंत्री मोदी के पंजाब दौरे पर हुई सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर चिंता जताई और इस सिलसिले में उनसे बात भी की। उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट के मुताबिक, नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री के सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं, जिससे भविष्य में दोबारा इस प्रकार की चूक ना हो। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर चिंता जताई गई।
रक्षा मंत्री का हमला
इस बीच भाजपा नेता और कई केंद्रीय मंत्री प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर कांग्रेस पर जोरदार निशाना साध रहे हैं। उत्तराखण्ड विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए प्रचार करने पहुँचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में पंजाब में हुई घटना का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के लिए पंजाब की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी को गंभीर चूक के लिए माफ नहीं किया जा सकता है। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनका कार्यालय एक ऐसी संस्था होती है जिसका सभी को सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा, “पंजाब में कांग्रेस सत्ता में है। क्या हम ऐसी सुरक्षा चूक की कल्पना कर सकते थे जैसी कल (बुधवार को) प्रधानमंत्री के काफिले के साथ हुई?" उत्तरकाशी में भाजपा की विजय संकल्प यात्रा के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, “यदि हम प्रधानमंत्री जैसे संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते हैं, तो देश के लोकतांत्रिक संस्थानों के विघटन को रोकना कठिन होगा।”
राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं भी मुख्यमंत्री रह चुका हूं। हमने इस तरह की घटिया राजनीति को कभी स्वीकार नहीं किया।” उन्होंने लोगों से पूछा कि पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ जो हुआ उसके लिए क्या कांग्रेस को माफ किया जा सकता है? उन्होंने उत्तराखंड के लिए कांग्रेस के प्रचार समिति के प्रमुख हरीश रावत पर हमला किया जिन्होंने कहा था कि मोदी राज्य में ‘‘मार्केटिंग’’ के लिए आते रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि रावत यह कहकर केदारनाथ पुनर्निर्माण का श्रेय लेने की कोशिश रह रहे हैं कि मोदी ने जिस गुफा में ध्यान किया था, वह उनके मुख्यमंत्री रहते बनी थी। सिंह ने पूछा, “यदि यह सच है, तो आप उस गुफा में ध्यान करने का साहस क्यों नहीं जुटा पाए?" हालांकि, सिंह ने रावत का नाम नहीं लिया बल्कि कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री हैं जो फिर से मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मैंने हमारे किसी भी प्रधानमंत्री के विरूद्ध कभी भी निराधार आरोप नहीं लगाए, चाहे वह जवाहरलाल नेहरू हों, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मनमोहन सिंह या देवेगौड़ा हों क्योंकि प्रधानमंत्री कार्यालय एक लोकतांत्रिक संस्था है जिसका सबको सम्मान करना चाहिए।”
कड़े और बड़े फैसले होंगे
वहीं केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी मंत्रिमंडल की बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूछे गये एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में हुई चूक मामले में जो भी कदम उठाने की जरूरत है वह उठाए जाएंगे तथा बड़े और कड़े फैसले किये जाएंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग इस बारे में उच्चतम न्यायालय भी गए हैं और मीडिया सहित अन्य क्षेत्रों से लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''गृह मंत्रालय ने भी कार्रवाई की बात कही है। सूचना एकत्र करने के बाद जो भी कदम...बड़े और कड़े निर्णय उसकी ओर से लिये जायेंगे।’’ ठाकुर ने कहा, ''मेरा मानना है कि देश की न्यायिक व्यवस्था ने सभी को न्याय दिया है। और जब ऐसी चूक होती हैं, जो भी कदम उठाने होंगे, उठाये जायेंगे।’’
शिवराज ने किया महामृत्युंजय मंत्र का जाप
दूसरी ओर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंबी उम्र के लिए पूजा की और कांग्रेस पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल के गुफा मंदिर में महामृत्युंजय जाप किया तो मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना की।
भाजपा नेताओं ने देश के अलग-अलग हिस्सों में मंदिरों में जाकर पूर्जा अर्चना की और उनके दीर्घायु होने की कामना की। भाजपा नेताओं ने हैशटैग ‘‘लोंग लिव पीएम मोदी’’ के साथ ट्विटर पर भी उनकी लंबी उम्र के लिए कामना व प्रार्थनाएं कीं। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री के लिए ‘‘महामृत्युंजय’’ का जाप करने के साथ ही पूजा अर्चना की वहीं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा ने राजधानी दिल्ली स्थित झंडेवालां मंदिर में पूजा की। चौहान ने एक ट्वीट कर कहा, ‘‘ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुदीर्घ जीवन के लिए आज भोपाल, गुफा मंदिर में श्री महामृत्युंजय का जाप करूंगा। हम सब देश के मुकुटमणि की दीर्घायु हेतु प्रार्थना करें।’’ पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम ने दिल्ली के एक मंदिर में ‘‘महामृत्युंजय’’ का जाप किया। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव ने अगरतला स्थित एक काली मंदिर में पूजा अर्चना की और भगवान शिव का अभिषेक भी किया। उन्होंने एक ट्वीट में इसकी जानकारी देते हुए कहा, ‘‘मां काली और भगवान भोलेनाथ मां भारती के सपूत और हमारे प्रिय प्रधानमंत्री को दीर्घायु जीवन दें।’’
चंडीगढ़ में राज्यपाल से मिले भाजपा नेता
उधर, भाजपा की पंजाब इकाई के नेताओं ने आज राज्यपाल से मुलाकात कर प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान सुरक्षा में चूक को लेकर राज्य के गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और पुलिस प्रमुख को हटाए जाने की मांग की है। राज्य के विपक्षी दल ने यह भी कहा कि उसे घटना की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित समिति से कोई उम्मीद नहीं है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम इस समिति को खारिज करते हैं क्योंकि मुख्यमंत्री इस साजिश के साजिशकर्ता हैं। उनकी सरकार द्वारा गठित यह समिति क्या करेगी?’’ हम आपको बता दें कि पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर जाते समय सुरक्षा में हुई ‘‘चूक’’ की ‘‘गहन जांच’’ के लिए दो सदस्यों वाली उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। पिछले महीने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए पंजाब के पूर्व मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने कहा कि इस चूक की जिम्मेदारी पंजाब सरकार की है। राज्यपाल से मिलने वाले भाजपा प्रतिनिधिमंडल में शामिल सोढ़ी ने कहा, ‘‘यह कोई छोटी घटना नहीं है। पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।’’ सोढ़ी ने कहा कि किसी केंद्रीय एजेंसी को पूरी घटना की जांच करनी चाहिए। शर्मा ने कहा कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और मुख्य सचिव ने ही बठिंडा में मौसम खराब होने के बाद प्रधानमंत्री के काफिले को मार्ग से जाने की मंजूरी दी थी। शर्मा ने कहा कि इस तरह की चूक दिखाती है कि पंजाब सरकार प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पूरी घटना में साजिश नजर आती है और ऐसा लगता है कि सब कुछ पूर्व नियोजित था।’’ शर्मा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री दौरा कर रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री फिरोजपुर में क्यों नहीं थे। दोनों उपमुख्यमंत्री क्यों नहीं थे? डीजीपी और मुख्य सचिव भी मौजूद क्यों नहीं थे?’’ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘‘इसके अलावा और भी सवाल हैं जैसे कि प्रधानमंत्री के काफिले को रास्ते से गुजरने की सूचना किसने लीक की?’’ यह पूछे जाने पर कि क्या प्रदेश भाजपा ने राज्य में राज्यपाल शासन की मांग की है, शर्मा ने कहा कि लोग पहले ही कांग्रेस सरकार को खारिज कर चुके हैं। शर्मा ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के उस बयान को हास्यास्पद बताते हुए खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह बठिंडा में प्रधानमंत्री की अगवानी करने नहीं आ पाए क्योंकि उनके दो स्टाफ अधिकारी संक्रमित हो गए हैं। शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर जाने वाली बसों और अन्य वाहनों को रैली स्थल तक पहुंचने से रोका गया।
उधर किसान नेता राकेश टिकैत ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे भाजपा की नौटंकी बताया है और कहा है कि यह सब सहानुभूति अर्जित करने के लिए किया जा रहा है। टिकैत ने मुजफ्फरनगर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री बच कर आ गये यदि ऐसा था तो उन्हें वहां जाना ही नहीं चाहिए था।
-नीरज कुमार दुबे