By रेनू तिवारी | Oct 18, 2022
नयी दिल्ली। दीपावली का त्योहार देश भर में हर तरफ दिखने लगा है। हर कोई इस त्योहार को मनाने का अपना-अपना तरीका तय कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी तय कर लिया है कि वह इस बार यह त्योहार कैसे मनाने वाले हैं। प्रधानमंत्री का 'दिवाली कैलेंडर' तय हो गया है। इस दौरान वे एक बार फिर दीपावली के मौके पर देश के जवानों का हौसला बढ़ाने पहुंचेंगे। वहां पहुंचने से पहले वह भगवान केदारनाथ और भगवान बद्रीनाथ से आशीर्वाद लेंगे, साथ ही वहां चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण भी करेंगे। पीएम मोदी 2014 से हर दिवाली जवानों के साथ मनाते हैं।
दिवाली से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21-22 अक्टूबर को केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिरों के दर्शन करेंगे। अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी केदारनाथ में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद पीएम मोदी उसी दिन बद्रीनाथ जाएंगे। रात भर रुकने के बाद अगले दिन 22 अक्टूबर को पीएम मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। वह बद्रीनाथ मास्टर प्लान के तहत शुरू की गई परियोजनाओं की भी समीक्षा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिवाली से एक दिन पहले 22 अक्टूबर को अयोध्या के राम मंदिर में पूजा करने की संभावना है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। रविवार शाम को अयोध्या के अपने दौरे के दौरान वह ‘दीपोत्सव’ और ‘आरती’ कार्यक्रम में शामिल होंगे और राम मंदिर के जारी निर्माण कार्य का निरीक्षण करेंगे। सूत्रों ने कहा कि मोदी सरयू नदी के तट पर हरित और डिजिटल आतिशबाजी भी देखेंगे। मोदी के शुक्रवार को उत्तराखंड के केदारनाथ और बद्रीनाथ के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करने की भी उम्मीद है। वह मंदिरों में पूजा करने के अलावा दो प्रसिद्ध तीर्थस्थलों के विकास कार्यों का भी निरीक्षण करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल सेना के जवानों के साथ फ्रंट लाइन पर अपनी दिवाली मनाते हैं। साल 2014 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद से वह यह काम कर रहे हैं। साल 2014 में दिवाली के दिन वह दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध मोर्चे सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सैनिकों के पास पहुंचे। ये वो जगह है जहां एक फौजी को भी कुछ देर रुकने में दिक्कत होती है, इसके बावजूद मोदी ने वहां जाकर सेना का हौसला बढ़ाया था। इसके बाद साल 2019 और 2021 में दो बार जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सेना के जवानों के साथ दीपावली का त्योहार मना चुके हैं। इसी तरह पिछले 8 साल से हर बार दीवाली पर सीमा के पास सेना के अड्डे पर पहुंच रहे हैं।