By अंकित सिंह | Apr 15, 2024
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को केरल पर्यटन की सराहना करते हुए कहा कि इसमें काफी संभावनाएं हैं और उनकी सरकार देश की 'विरासत' को विश्व विरासत पैमाने पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। तिरुवनंतपुरम में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केरल में बड़े पर्यटन स्थलों का समग्र विकास सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कल अपना संकल्प पत्र लॉन्च किया है। बीजेपी के संकल्प पत्र का मतलब है 'मोदी की गारंटी'। यह मोदी की गारंटी है कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगा। ये मोदी की गारंटी है कि भारत इंफ्रास्ट्रक्चर का विश्वस्तरीय केंद्र बनेगा। यह मोदी की गारंटी है कि भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल करेगा।
मोदी ने कहा कि हमने 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त चिकित्सा उपचार प्रदान करने का निर्णय लिया है। साथ ही, स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से जुड़ी लगभग 10 करोड़ महिलाओं को आईटी, स्वास्थ्य, पर्यटन और खुदरा क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केरल पर्यटन में अपार संभावनाएं हैं। हम वैश्विक पर्यटकों को अपनी 'विरासत' से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम अपनी विरासत को विश्व विरासत के पैमाने पर ले जाने का संकल्प लेते हैं। भाजपा केरल में बड़े पर्यटन स्थलों का समग्र विकास सुनिश्चित करेगी। हम केरल में इको-टूरिज्म के नए केंद्र स्थापित करेंगे।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि होमस्टे के संभावित अवसर हमारे आदिवासी समुदायों के लिए नए रास्ते खोलेंगे। भाजपा होमस्टे व्यवसाय से जुड़ी महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि हमने अपने संकल्प पत्र में समुद्रतट संरक्षण के लिए काम करने का संकल्प लिया है। हमारे इस कदम से केरल के मछुआरों को बहुत फायदा होगा। उन्होंने कहा कि मछुआरों की आजीविका, जिसे एलडीएफ और यूडीएफ ने पिछले कुछ वर्षों में बर्बाद कर दिया है, अब हमारे द्वारा संरक्षित की जाएगी। हम मछली पकड़ने के उत्पादन और प्रसंस्करण के लिए नए क्लस्टर स्थापित करेंगे। हम केरल में मछुआरों के परिवारों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाएंगे और उनकी गरिमा की रक्षा के लिए अथक प्रयास करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एलडीएफ ने केरल राज्य को बुरी तरह से लूटा है। असंख्य घोटालों में शामिल और सोने के तस्करों को बचाने वाले कभी आपकी रक्षा नहीं कर सकते। केरल को भ्रष्ट सरकारों के चंगुल से खुद को बचाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि खुली लूट के कारण केरल आर्थिक बदहाली के कगार पर पहुंच गया है। केरल में सरकारी खजाना खाली हो गया है। यहां की राज्य सरकार के पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से, सुप्रीम कोर्ट ने अधिक धन उधार लेने की केरल की याचिका को खारिज कर दिया और कहा कि राज्य की वित्तीय कठिनाइयां उसके अपने कुप्रबंधन का परिणाम थीं। केरल अपनी वित्तीय बदहाली के लिए खुद जिम्मेदार है। हमें याद रखना चाहिए कि एलडीएफ और यूडीएफ ने इस राज्य को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।