कर्नाटक में मुसलमानों के लिए 4% कॉन्ट्रैक्ट कोटा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में टकराव, तेजस्वी सूर्या ने बताया असंवैधानिक

By अभिनय आकाश | Mar 17, 2025

कर्नाटक सरकार द्वारा सरकारी अनुबंधों में मुसलमानों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने के कदम को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सोमवार को फिर से टकराव हुआ। यह प्रावधान हाल ही में राज्य के बजट में शामिल किया गया है। भाजपा ने कांग्रेस पर असंवैधानिक, धर्म-आधारित आरक्षण में लिप्त होने का आरोप लगाया, जबकि सत्तारूढ़ दल ने पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदायों को समर्थन देने के उद्देश्य से इस कदम का बचाव किया। 

इसे भी पढ़ें: राव से जुड़े सोना तस्करी मामले में शामिल लोगों के नाम का खुलासा विधानसभा में करूंगा: भाजपा विधायक

उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा मुस्लिम, ईसाई, सिख और बौद्ध इस देश के नागरिक हैं। हम अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्गों की परवाह करते हैं। जब भाजपा सबको साथ लेकर चलने की बात करती है, तो उसे पहले ईसाई और मुस्लिम मंत्रियों की नियुक्ति करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को कवि कुवेम्पु द्वारा कर्नाटक का राज्य गान पढ़ना चाहिए "यह समझने के लिए कि राज्य को एक शांतिपूर्ण उद्यान क्या बनाता है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने भाजपा द्वारा समर्थित अल्पसंख्यक नेताओं और प्रतीकों का उदाहरण देते हुए पलटवार किया। उन्होंने कहा कि यह हमारी सरकार थी जिसने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति नियुक्त किया था। हमने नजमा हेपतुल्ला, न्यायमूर्ति अब्दुल नजीर और आरिफ मोहम्मद खान को राज्यपाल बनाया। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को भाजपा सरकार ने भारत रत्न से सम्मानित किया था। 

इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र विधान परिषद उपचुनाव के लिए BJP ने घोषित किए तीन उम्मीदवार, Devendra Fadnavis का ये करीबी भी है उम्मीदवारों में से एक

विपक्ष के नेता आर अशोक ने तर्क दिया कि धर्म आधारित आरक्षण संविधान का उल्लंघन करता है और इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कभी भी धर्म आधारित अनुबंध प्रणाली नहीं रही है। इससे समुदायों के बीच टकराव ही पैदा होगा। उन्होंने सरकार पर शादी भाग्य और टीपू जयंती समारोह जैसी कल्याणकारी योजनाओं की आड़ में मुसलमानों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया। विधान परिषद में विपक्ष के नेता चालावाड़ी नारायणस्वामी ने भी सरकार से इस फैसले को वापस लेने का आग्रह किया और इसे संवैधानिक रूप से अस्वीकार्य बताया।

प्रमुख खबरें

भारत का बड़ा एक्शन, म्यांमार बॉर्डर पूरी तरह सील, रो पड़ेगा बांग्लादेश

नेशनल हाईवे पर कच्चा पहाड़ (व्यंग्य)

गजनवी के भतीजे पर योगी का प्रहार, Somnath Temple को लूटने वाले Masud Ghazi की याद में Sambhal में लगने वाला Neja Fair अब से नहीं लगेगा

IPL 2025: फ्लाइट से उतर कर सीधे स्टेडियम पहुंचे राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन, टीम ने वीडियो किया शेयर