By रितिका कमठान | Oct 04, 2024
पश्चिम एशिया में इन दिनों वाला ही तनाव देखने को मिल रहा है। इजराइल और ईरान के बीच जारी युद्ध का असर अन्य देशों पर भी पड़ा है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सुरक्षा संबंधित कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की है।
इस बैठक में पश्चिम एशिया में तनाव और पेट्रोलियम उत्पादों के व्यापार व आपूर्ति पर पड़ने वाले प्रभाव पर विस्तार से बातचीत की गई है। पश्चिम एशिया में सुरक्षा स्थिति बिगड़ने पर भारत की ओर से गहरी चिंता व्यक्त की गई है। इस चिंता के बीच संघर्ष व्यापक रूप धारण न कर सके इस पर जोर दिया गया है। भारत ने आह्वान किया है कि सभी मुद्दों को बातचीत और कूटनीति के जरिए ही सुलझाया जाए और युद्ध का सहारा ना लिया जाए।
बता दें कि इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई वरिष्ठ मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस बैठक में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री, विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की समिति ने हिस्सा लिया। इस बैठक में एशिया के संकट के कारण भारत में कच्चे तेल की आपूर्ति पर होने वाले असर पर चिंता जताई गई है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कच्चे तेल की कीमत बढ़ने की संभावना बनी हुई है। यह संभावना भी जताई गई है कि आने वाले समय में इसका असर भारत से होने वाले व्यापार पर हो सकता है। भारत का कहना है कि टकराव पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।