By अंकित सिंह | May 19, 2023
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 19 से 21 मई के बीच हिरोशिमा में जी 7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जापान पहुंचे हैं। उनके खाद्य, उर्वरक और ऊर्जा सुरक्षा सहित वैश्विक चुनौतियों पर बोलने की उम्मीद है। मोदी का जोरदार तरीके से स्वागत किया गया। हिरोशिमा में शेरेटन होटल पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत की।
जापान शक्तिशाली समूह के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में जी 7 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। जी 7 में कनाडा, फ़्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूके और यूएस -- और यूरोपीय संघ (ईयू) के अत्यधिक उन्नत देश शामिल हैं। नरेंद्र मोदी जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के निमंत्रण पर जी-7 समिट में भाग लेने के लिए हिरोशिमा पहुंचे हैं। फिलहाल वह हिरोशिमा में लैंड कर चुके हैं।
भारत के 20 मई और 21 मई को दो औपचारिक सत्रों में भाग लेने की उम्मीद है। जापान में लैंज करने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जी7 शिखर सम्मेलन की कार्यवाही में शामिल होने के लिए हिरोशिमा पहुंचा। विश्व के विभिन्न नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 19 मई की सुबह अपनी यात्रा के पहले चरण के लिए जापान के शहर हिरोशिमा के लिए रवाना हुए थे। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बृहस्पतिवार को बताया था कि जी-7 समूह की बैठक में प्राथमिकताओं से जुड़े कई विषयों पर चर्चा होगी, जिसमें सम्पर्क बढ़ाने, सुरक्षा, परमाणु निरस्त्रीकरण, आर्थिक सुरक्षा, क्षेत्रीय मुद्दे, जलवायु परिवर्तन, खाद्य एवं स्वास्थ्य तथा विकास के अलावा डिजिटलीकरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दे शामिल हैं।
विदेश सचिव ने बताया कि भारत तीन औपचारिक सत्र में हिस्सा लेगा, जिनमें प्रथम दो सत्र 20 मई को होंगे और तीसरा सत्र 21 मई को आयोजित किया जाएगा। प्रथम दो सत्र के विषय- खाद्य एवं स्वास्थ्य और लैंगिक समानता तथा जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण होंगे। वहीं, शांतिपूर्ण, टिकाऊ एवं प्रगतिशील विश्व जैसे विषयों को तीसरे सत्र में शामिल किया गया है। क्वात्रा ने बताया कि जापान के हिरोशिमा में इसी सप्ताह क्वाड समूह के नेताओं की बैठक होने की संभावना है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज हिस्सा लेंगे।