By अनुराग गुप्ता | Aug 18, 2022
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में बाहरी लोगों के वोट देने के अधिकार को लेकर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भाजपा के लिए एक प्रयोगशाला बन गई है। दरअसल, जम्मू कश्मीर में काम के उद्देश्य से रहने वाले लोग भी केंद्र शासित प्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव में वोट डाल सकते हैं। चुनाव आयोग ने यह ऐलान किया है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मैं मुल्क के लोगों को बताना चाहती हूं कि भाजपा ने यहां के संविधान को अधिनस्त करने का जो तरीका अपनाया उससे इन्होंने केवल हमारा संविधान और झंडा नहीं छीना बल्कि अगली बारी आपकी है। 2019 के बाद इन्होंने गैर-कानूनी तरीके से हमसे हमारा 370, संविधान और झंडा छीना।
उन्होंने कहा कि अगर इनमें हिम्मत होती तो संसद के जरिए करते, मैं उसको कानूनी मानती। 2024 के चुनाव के बाद ये देश के संविधान को भी खत्म करेंगे और मुल्क के झंडे को भगवा झंडे में लहरा देंगे। ये इस राष्ट्र को भाजपा राष्ट्र बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी लोकतंत्र के ताबूत में यह आखिरी कील है। एक मुस्लिम बहुल राज्य ने भारत को चुना, वे धर्मनिरपेक्ष भारत का हिस्सा बनना चाहते थे। लेकिन मतदान से लोगों का विश्वास उठ गया है। सब कुछ भाजपा के हित में हो रहा।
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि जम्मू कश्मीर में चुनावों को स्थगित करने संबंधी भारत सरकार का निर्णय, पहले भाजपा के पक्ष में पलड़ा झुकाने और अब गैर स्थानीय लोगों को वोट देने की अनुमति देने से चुनाव परिणामों को प्रभावित करने के लिए है। असली उद्देश्य स्थानीय लोगों को शक्तिहीन करने के लिए जम्मू-कश्मीर पर शासन जारी रखना है।