By अभिनय आकाश | Aug 01, 2022
ईडी नियमित जांच के लिए पार्थ चटर्जी को जोकर ईएसआई अस्पताल ले गई। वहां प्रवेश करते समय कार से नीचे उतरने और व्हीलचेयर पर बैठने से पहले मीडिया के सवालों के जवाब में पार्थ ने कहा कि पैसा उसका नहीं है। उन्होंने रविवार को कहा कि उनकी 'करीबी' अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैटों से बरामद पैसा उनका नहीं है। ईडी के जांचकर्ताओं ने सोमवार सुबह से ही राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी से लगातार पूछताछ की जा रही है। पूर्व मंत्री ने कहा, ''मेरे पास पैसे नहीं हैं। गौरतलब है कि पूर्व मंत्री की करीबी अर्पिता के तालीगंज और बेलघरिया के फ्लैटों से कुल करीब 52 करोड़ नकद बरामद किए गए थे। ईडी सूत्रों के मुताबिक, अर्पिता ने जिरह में दावा किया कि पैसा पार्थ का है। लेकिन रविवार को पार्थ ने सीधे तौर पर कहा कि पैसा उसका नहीं है।
दरअसल मीडिया को पार्थ से सवाल पूछने का मौका मिला जब मेडिकल जांच के बाद उन्हें अस्पताल से ले जाया जा रहा था। इसके बाद पार्थ ने एक बार फिर दावा किया कि पैसा उसका नहीं है। उसने कुछ जोर से कहा कि मैं पैसे का सौदा नहीं करता। इस सवाल पर कि उनके खिलाफ साजिश किसने की, पार्थ ने कहा, "समय आने पर आप समझ जाएंगे।" पार्थ ने साजिश का खुलासा नहीं किया।
पार्थ ने कहा कि वो एक साजिश का शिकार हुए हैं। पिछले शुक्रवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को पूर्व उद्योग मंत्री ने जोकर अस्पताल में प्रवेश करते हुए इस बारे में फिर से बयान दिया। पत्रकार के सवाल कौन साजिश कर रहा है? के जवाब में पार्थ ने कहा, 'समय आने पर आप समझ जाएंगे। उन्होंने ये स्पष्ट नहीं किया कि यदि धन उसका नहीं है या यदि वह धन के 'लेन-देन' में शामिल नहीं है, तो धन किसका है। पैसे के लेन-देन से कौन जुड़ा है या कौन है। तृणमूल के राज्य सचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने रविवार को कहा, "आपने यह पहले क्यों नहीं कहा!" उसके बाद वो कहेंगे कि वह अर्पिता को नहीं जानते!