Parliament में विपक्ष के 4 सांसदों पर गिरी गाज, GST को लेकर हुआ हंगामा, प्रह्लाद जोशी ने कही यह बात

By अनुराग गुप्ता | Jul 25, 2022

संसद के दोनों सदनों में सोमवार को भी जमकर हंगामा हुआ। ऐसे में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कांग्रेस सदस्यों के जोरदार हंगामे के कारण कार्यवाही को एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सांसदों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि मैं सदस्यों से सदन में पोस्टर नहीं लाने का आग्रह करता हूं। सरकार चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि मेरी दरियादिली को मेरी कमजोरी नहीं समझें। 

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लोकसभा में तख्तियां दिखाकर प्रदर्शन करने और आसन की अवमानना करने के मामले में कांग्रेस के चार सदस्यों मणिकम टैगोर, टी एन प्रतापन, जोतिमणि और राम्या हरिदास को चालू सत्र की शेष अवधि के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया। एक बार के स्थगन के बाद अपराह्न तीन बजे बैठक पुन: शुरू हुई तो पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने आवश्यक कागजात प्रस्तुत कराए। इस दौरान कांग्रेस के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। उनके हाथों में तख्तियां भी थीं। शोर-शराबे के बीच ही कुछ सदस्यों ने नियम 377 के तहत अपने विषय रखे। इसके बाद पीठासीन सभापति अग्रवाल ने कहा कि कुछ सदस्य निरंतर तख्तियां आसन के सामने दिखा रहे हैं जो सदन की मर्यादा के अनुकूल नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने भी इस संबंध में सदस्यों को चेतावनी दी थी।

यूनीवर्सल कार्ड जारी करने की उठी मांग

लोकसभा में भाजपा के एक सदस्य ने सरकार से अनुरोध किया कि स्वेच्छा से रक्तदान करने वाले लोगों के लिए पूरे देश में मान्य कार्ड जारी किया जाए। निचले सदन में नियम 377 के तहत उक्त विषय को उठाते हुए भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि देश में ऐसे अनेक लोग हैं जो स्वेच्छा से रक्तदान करते हैं लेकिन आवश्यकता पड़ने पर जब वह अपने रक्तदान कार्ड का उपयोग करना चाहते हैं तो अनेक अस्पताल उन्हें स्वीकार नहीं करते। रावत ने कहा ऐसे लोगों को यूनीवर्सल रक्त दान कार्ड जारी किया जाना चाहिए जो देश के हर कोने में और प्रत्येक अस्पताल में मान्य हो। साथ ही कार्ड को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए सख्त नियम बनाए जाएं।

राज्यसभा की कार्यवाही

राज्यसभा में विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण बैठक कई बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। आपको बता दें कि महंगाई एवं जीएसटी का मुद्दा विपक्ष ने जोरशोर से उठाया और जमकर हंगामा किया। इतना ही नहीं कई विपक्षी सदस्यों ने आसन के समीप आकर नारेबाजी की।

सीट को लेकर उठा विवाद

सदन के नेता पीयूष गोयल ने कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों के इस दावे का खंडन किया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को ऐसी सीट पर बैठाया गया जो उनके पद की गरिमा के अनुरूप नहीं थी। पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस के एक नेता और इस सदन के सदस्य ने बेबुनियाद ट्वीट कर जनता को गुमराह करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदस्य ने आरोप लगाया है कि आज सुबह राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में नेता प्रतिपक्ष को सही स्थान नहीं दिया गया। शपथ ग्रहण समारोह में लोगों के बैठने की व्यवस्था गृह मंत्रालय के प्रोटोकॉल के तहत की गई थी। उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल के तहत नेता प्रतिपक्ष सातवीं कड़ी में आते हैं और उसके हिसाब से उनकी सीट तीसरी पंक्ति में होती। लेकिन उन्हें अगली पंक्ति में सीट मिली थी जिसे देखकर उन्हें खुशी हुई।

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सरकार ने विपक्ष से मांगा सहयोग

राज्यसभा में विपक्षी हंगामे को लेकर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद परिषद में मीडियाकर्मियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि मैंने नेता प्रतिपक्ष से फोन पर बात की है और उनको स्पष्ट किया है कि वित्त मंत्री की तबीयत खराब है और उनके ठीक होने के बाद सदन में मंहगाई पर चर्चा की जाएगी। हमने उनसे सदन को सुचारू रूप से चलने देने के लिए भी उनसे सहयोग मांगा है। उन्होंने कहा कि यह मामला वित्त मंत्रालय से जुड़ा है क्योंकि इसमें मंहगाई, जीएसटी आदि चीज़ें हैं और वही (वित्त मंत्री) इसका सही जवाब दे सकती हैं। मेरी वित्त मंत्री से बात हुई है और वे चर्चा के लिए सहमत हैं। वे स्वस्थ होकर इस पर चर्चा करेंगी। विपक्ष खासकर कांग्रेस इस पर चर्चा नहीं चाहती है।

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