Lok Sabha सदस्यों के बाद RS के 19 विपक्षी सांसदों पर गिरी गाज, नहीं थम रहा गतिरोध

By अनुराग गुप्ता | Jul 26, 2022

संसद का मानसून सत्र काफी हंगामेदार गुजर रहा है। सातवें दिन भी जमकर हंगामा हुआ और राज्यसभा के 19 विपक्षी सांसदों पर गाज गिरी। इससे पहले सोमवार को लोकसभा के 4 कांग्रेस सांसदों को मौजूदा सत्र की शेष अवधि से निलंबित कर दिया गया था। विपक्षी सांसदों पर हो रही इस तरह की कार्यवाही से पूरा विपक्ष नाराज है और तरह-तरह के बयान सामने आ रहे हैं। आपको बता दें कि विपक्षी सांसद जीएसटी, महंगाई समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर सदन में जमकर हो-हल्ला मचा रहे हैं। जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।

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विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा में गतिरोध कायम रहा तथा आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे 19 विपक्षी सदस्यों को शुक्रवार तक के लिए निलंबित कर दिया गया। निलंबित सदस्यों में 7 तृणमूल कांग्रेस के, 6 डीएमके के, 3 तेलंगाना राष्ट्र समिति के, 2 मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पाटी के और एक सदस्य भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के हैं। सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन को बताया कि कई सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों पर नियम 267 के तहत नियत कामकाज स्थगित कर तत्काल चर्चा कराने के लिए नोटिस दिए हैं लेकिन उन्होंने सभी नोटिस को अस्वीकार कर दिया है। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने हंगामा आरंभ कर दिया। सभापति ने सदस्यों से कार्यवाही चलने देने की अपील की। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि क्या आप कुछ भी नहीं सुनना चाहते...?

भारी मन से लिया गया फैसला

केंद्र की सत्ताधारी भाजपा ने कहा कि 19 विपक्षी सदस्यों को राज्यसभा से निलंबित करने का फैसला भारी मन से लिया गया क्योंकि उन्होंने सदन चलने देने के लिए आसन की ओर से लगातार की गई अपील को नजरअंदाज किया और अन्य सदस्यों के अधिकारों का हनन किया। राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने दावा किया कि विपक्षी दल संसद में चर्चा करने से भाग रहे हैं ना कि सरकार चर्चा से भाग रही है। उन्होंने दोहराया कि एक बार वित्त मंत्री कोविड-19 संक्रमण से पूरी तरह स्वस्थ हो जाएं और संसद आ जाएं तो सरकार महंगाई के मुद्दे पर चर्चा करने को तैयार है।

लोकसभा की कार्यवाही

लोकसभा में भी विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। इससे पहले सुबह 11 बजे निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने करगिल विजय दिवस की 23वीं वर्षगांठ पर मातृभूमि की रक्षा में अदम्य साहस का प्रदर्शन करने वाले देश के वीर सपूतों को नमन किया। सदन में सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर करगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी।

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94 यूट्यूब समाचार चैनल ब्लॉक

सरकार ने बताया कि 2021 से 2022 की अवधि में फर्जी खबरों तथा देश के लिए अहितकर सामग्री प्रकाशित करने के लिए 94 यूट्यूब आधारित समाचार चैनलों और 19 सोशल मीडिया खातों, वेबसाइटों एवं ऐप को ब्लॉक करने के निर्देश जारी किए हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में पशुपति नाथ सिंह और जनार्दन सिग्रीवाल के प्रश्नों के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

आतंकी हमलों में 28 प्रवासी कामगार मारे गए

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा को बताया कि जम्मू कश्मीर में सीमापार से प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों एवं प्रवासी कामगारों को लक्ष्य बनाकर कुछ हमले किए गए तथा वर्ष 2017 से अब तक ऐसे हमलों में 28 कामगार मारे गए हैं। निचले सदन में रीति पाठक, रमा देवी, गीता कोडा, दिलेश्वर कमैत, ज्योतिर्मय सिंह महतो, लॉकेट चटर्जी और नवनीत रवि राणा के प्रश्न के लिखित उत्तर में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी दी। सदस्यों ने पूछा था कि क्या जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा अल्पसंख्यकों और बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड एवं मध्य प्रदेश के प्रवासी कामगारों की हत्या की घटनाओं में वृद्धि हुई है।

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3 साल में 329 बाघों की मौत

सरकार ने बताया कि भारत में पिछले तीन साल में 329 बाघों की मौत शिकार, प्राकृतिक और अप्राकृतिक कारणों से हो गई। उसने यह भी कहा कि इसी अवधि में शिकार, बिजली का करंट लगने, जहरीले पदार्थ का सेवन करने और ट्रेन हादसों की वजह से 307 हाथियों की मृत्यु हो गई। केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2019 में 96 बाघों की मौत हो गई, 2020 में 106 तथा 2021 में 127 बाघ मारे गए।

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