By अभिनय आकाश | Jul 05, 2021
लोक जनशक्ति पार्टी में बागवत होने के बाद आज पहला मौका था, जब दोनों गुट के नेताओं ने बिहार में शक्ति प्रदर्शन किया। चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान की कर्मभूमि और चाचा के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा निकाली। वहीं पशुपति पारस की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय में बिहार के विभिन्न जिलों के 1000 कार्यकर्ताओ को जुटाने का दावा किया। बिहार के हाजीपुर में आशीर्वाद यात्रा के दौरान लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा कि पशुपति कुमार पारस मेरे लिए पिता समान है। मैं अपने पिता (रामविलास पासवान) की छवि उनमें देखता हूं। पिता के जाने के बाद आज जब मुझे उनकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी तब वे नहीं है मेरे पास। मैं उनके दरवाज़े तक गया लेकिन उन्होंने मेरे लिए दरवाज़े नहीं खोले। मेरे पिता रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद परिवार को एक रखने की ज़िम्मेदारी मेरे चाचा(पशुपति कुमार पारस) की थी लेकिन उन्होंने पार्टी के साथ-साथ परिवार को भी तोड़ने का काम किया।
पटना में लोजपा के पूर्व नेता रामविलास पासवान की जंयती पर लोजपा के संसदीय दल के नेता पशुपति कुमार पारस ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, "रामविलास पासवान को दूसरा आंबेडकर माना जाता था। मैं प्रधानमंत्री से निवेदन करता हूं कि उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करें।