पलानीस्वामी बने विधायक दल के नेता, पनीरसेल्वम निलंबित

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 14, 2017

चेन्नई। अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला को आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद तमिलनाडु में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच उनके विश्वासपात्र ईके पलानीस्वामी को पार्टी विधायक दल का नेता चुन लिया गया। इससे पहले शशिकला ने विद्रोही नेता ओ. पनीरसेल्वम को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। पलानीस्वामी ने कहा, ‘‘हम लोगों ने पत्र भेजकर अम्मा की सरकार बनाने का दावा पेश किया है।’’ राज्यपाल ने उन्हें आज शाम 5.40 पर मिलने के लिए बुलाया है।

 

आय से अधिक संपत्ति के मामले में बेंगलुरू की निचली अदालत के फैसले पर उच्चतम न्यायालय की मुहर के साथ मुख्यमंत्री बनने की शशिकला की आशाएं फिलहाल अधूरी रह गयीं। इसके बाद शशिकला ने एक रिसॉर्ट में आपात बैठक बुलायी जिसके बाद पलानीस्वामी को पार्टी विधायक दल का नेता चुना गया। शशिकला के विश्वासपात्र समझे जाने वाले पांच बार के विधायक पलानीस्वामी सलेम जिले के कद्दावर नेता हैं और अभी उनके पास राजमार्ग, लोक निर्माण और लघु बंदरगाह विभाग है। वह जयललिता की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती सरकार में भी मंत्री थे और उनके पास तब भी यही विभाग था।

 

उच्चतम न्यायालय के फैसले के कुछ मिनट के भीतर ही शशिकला ने आगे की कार्रवाई के लिए विधायकों की आपात बैठक बुलायी। फैसले के बाद राज्यभर में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। चेन्नई से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रिसॉर्ट के पास पुलिस बलों की संख्या बढ़ा दी गयी है, जहां उनको समर्थन देने वाले विधायकों को पिछले कुछ दिनों से रखा गया है। उच्चतम न्यायालय ने आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में उनको बरी करने के कनार्टक उच्च न्यायालय के फैसले को आज रद्द कर दिया और उन्हें तत्काल आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया।

 

इस महीने की पांच तारीख को शशिकला को अन्नाद्रमुक पार्टी विधायक दल का नेता चुना गया था, जिससे उनके मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया था। दो दिन बाद पनीरसेल्वम ने उनके खिलाफ बगावत कर दी। इस बात की आशा प्रकट की जा रही है कि शशिकला उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार निचली अदालत में आत्मसमर्पण के लिए बेंगलुरू रवाना होंगी, इसको देखते हुए रिसॉर्ट और आसपास के स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है।

 

उधर, ओ पनीरसेल्वम के खेमे ने शशिकला के वफादार इदापड्डी के पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक विधायी दल के नेता के रूप में नियुक्त करने के कदम को आज अस्वीकार कर दिया। पनीरसेल्वम के समर्थक स्कूली शिक्षा मंत्री के. पांडियाराजन ने प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘किसी को भी किसी को चुनने का कोई अधिकार नहीं है।’’ वह पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक विधायी दल का नेता चुने जाने से संबंधित सवालों के जवाब दे रहे थे।

 

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