By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 07, 2019
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने खालिस्तानी अलगाववादियों पर एक वीडियो क्लिप को लेकर बुधवार को पाकिस्तान पर निशाना साधा और कहा कि इससे करतारपुर गलियारे को खोलने में पडोसी देश के छिपे मंसूबे का पता चलता है। पंजाब में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा को पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब से जोड़ने वाले गलियारे के उद्घाटन से कुछ दिन पहले सोमवार को पाकिस्तान ने यह वीडियो जारी किया था।
इस वीडियो क्लिप में प्रतिबंधित खालिस्तानी समूह समर्थक ‘सिख फॉर जस्टिस’ का एक पोस्टर भी दिखाया गया है। इस वीडियो क्लिप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सिंह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘यह सब मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि इसमें पाकिस्तान का छिपा हुआ एजेंडा है।’’ बाद में उन्होंने एक बयान में पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलीजेंस (आईएसआई) के उस ‘‘मंसूबे’’ के खिलाफ चेतावनी दी, जिसके तहत पाकिस्तान सरकार ने गलियारे के माध्यम से सीमा पार सिख धर्म स्थल तक श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति देने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि यह गलियारा मेरे समेत पूरे सिख समुदाय का एक सपना पूरा होने जैसा है लेकिन भारत आईएसआई खतरे की अनदेखी नहीं कर सकता है।’’ उन्होंने कहा कि इस वीडियो से आईएसआई के असल मंसूबों का खुलासा हुआ है। सिंह ने कहा, ‘‘एक तरफ तो वे हम पर दया और मानवता दिखा रहे हैं, और वहीं दूसरी ओर, वे आईएसआई समर्थित ‘‘2020 खालिस्तान जनमत संग्रह’’ को बढ़ावा देने और यहां ‘स्लीपर सेल’ बनाने के लिए भारतीय सिखों को लुभाने के वास्ते गलियारे का इस्तेमाल करने का मंसूबा पाले हुए दिखाई दे रहे हैं।’’
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मुख्यमंत्री ने शिरोमणि अकाली दल के नेताओं पर आरोप लगाया कि वे करतारपुर गलियारा मुद्दे पर ‘‘राजनीति से प्रेरित प्रतिक्रियाएं’’ देने के लिए आईएसआई के हाथों का खिलौना बन रहे हैं।