By रेनू तिवारी | Apr 02, 2025
जम्मू-कश्मीर की जो सीमाएं पाकिस्तान से जुड़ी है वहाँ पर हाल ही में काफी ज्यादा हलचल देखने को मिल रही हैं। एक तरफ आतंकवादियों ने घाटी में दहशत का माहौल बना रखा है दूसरी तरफ से खबरें आ रही हैं पाकिस्तान की सेना ने भी बॉर्डर पर हरकतें की है। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तनाव बढ़ गया है क्योंकि पाकिस्तानी सेना ने बारूदी सुरंगों के विस्फोट के बाद भारतीय सैनिकों पर गोलीबारी की है। पाकिस्तानी सेना द्वारा मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में घुसपैठ करने की कोशिश की गयी। इस घटना की जानकारी जैसे ही भारतीय सेना को मिला तो सेना ने जवाबी गोलीबारी में 4-5 घुसपैठियों को मार गिराया। भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौता हो रखा है लेकिन पाकिस्तान हमेशा इस तरह की हरकतों से दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करता है। सीमा पार से होने वाली गोलीबारी से क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।
पाकिस्तान की सेना ने नियंत्रण रेखा पार करने की कोशिश की
सेना ने कहा कि पुंछ जिले के कृष्णा घाटी इलाके में घुसपैठ की कोशिश को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया। मंगलवार को पाकिस्तानी सैनिकों और घुसपैठियों ने गोलीबारी की, जिसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी पक्ष को भारी नुकसान हुआ। हाल के महीनों में यह पहली बार है जब सेना ने पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन की पुष्टि की है। इस साल फरवरी की शुरुआत में कृष्णा घाटी सेक्टर में इसी तरह की क्रॉस-फायरिंग की घटनाएं सामने आई थीं।
भारत की तरफ से जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ
भारतीय सेना ने कहा कि उसकी तरफ से जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। पूरे दिन रुक-रुक कर गोलीबारी जारी रही और भारतीय सेना कृष्णा घाटी इलाके में पूरी तरह से तैनात है। रक्षा प्रवक्ता ने कहा, "1 अप्रैल को, एलओसी के पार पाकिस्तानी सेना की घुसपैठ के कारण कृष्णा घाटी सेक्टर में एक माइन ब्लास्ट हुआ। इसके बाद पाकिस्तानी सेना द्वारा बिना उकसावे के गोलीबारी और संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया। हमारे सैनिकों ने नियंत्रित और संतुलित तरीके से प्रभावी ढंग से जवाब दिया। स्थिति नियंत्रण में है और उस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।"
एलओसी पर गोलीबारी की घटनाओं में वृद्धि
एलओसी पर गोलीबारी की घटनाओं में वृद्धि पिछले दो महीनों में, दक्षिणी पीर पंजाल क्षेत्र में एलओसी पर सीमा पार से गोलीबारी की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है, जिसमें पाकिस्तान द्वारा स्नाइपिंग, गोलीबारी और बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) के प्रयासों की खबरें शामिल हैं। भारतीय सेना के सूत्रों ने संकेत दिया है कि इन घटनाओं से स्थानीय स्तर पर तेजी से और प्रभावी ढंग से निपटा जा रहा है, क्योंकि पाकिस्तान संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करना जारी रखता है। सेना के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों ने जम्मू और कश्मीर के कृष्णा घाटी सेक्टर में कई असफल घुसपैठ के प्रयास किए हैं, जिसमें उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
फरवरी के पहले सप्ताह में, पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की और विस्फोटकों का विस्फोट किया, जिसके बाद भारतीय सेना ने कड़ी जवाबी कार्रवाई की। भारत द्वारा पाकिस्तान के समक्ष इस मुद्दे को उठाए जाने के बावजूद, सीमा पार से अशांति जारी है।
सीमा पार से गोलीबारी में यह वृद्धि भारत और पाकिस्तान द्वारा फरवरी 2021 में नियंत्रण रेखा पर अपने संघर्ष विराम समझौते की पुष्टि करने के लगभग चार साल बाद हुई है। दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच हुए इस समझौते का उद्देश्य नियंत्रण रेखा पर स्थिरता लाना और तनाव कम करना था। हालाँकि, हाल ही में संघर्ष विराम उल्लंघन में वृद्धि, विशेष रूप से दक्षिणी पीर पंजाल क्षेत्र में, समझौते की कमज़ोरी के बारे में चिंताएँ पैदा करती है।