By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 23, 2020
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान अपने सैनिकों द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन की आड़ में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को भेजने की कोशिश कर रहा है। सिंह ने कहा, ‘‘पाकिस्तान कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के और आतंकवादियों को भेजने के प्रयास कर रहा है। इसके लिए वे जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा या नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (राजौरी जिले में) का उपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं।’’ उन्होंने यहां सीआरपीएफ के एक जवान को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा, ‘‘संघर्षविराम उल्लंघन की आड़ में कुपवाड़ा और बारामुला में भी आतंकवादियों को इस तरफ भेजने के प्रयास किए जा रहे हैं। सेना वहां इन प्रयासों को नाकाम कर रही है।’’
सीआरएपीएफ का एक जवान आज सुबह पुलवामा में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई एक मुठभेड़ में शहीद हो गया। मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए जिनकी अभी पहचान नहीं हो पायी है। इस साल जम्मू-कश्मीर में सीमा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में बढ़ोतरी हुई है और 10 जून तक 2,027 से अधिक संघर्षविराम उल्लंघन हो चुके हैं। पुलिस प्रमुख ने यह भी दावा किया कि जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह सुरक्षा बलों पर एक बड़ा आईईडी हमला करने की योजना बना रहा है और कहा कि सुरक्षा तंत्र उससे निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पिछले महीने की 28 तारीख को एक वाहन के जरिये आईईडी हमला करने की योजना विफल कर दी थी। जैश अब सुरक्षा बलों के खिलाफ किसी बड़े आईईडी हमले की साजिश रच रहा है। हम इस तरह की साजिशों के खिलाफ सभी स्तरों पर पूरी तरह से सतर्क हैं, मुझे यकीन है कि हमारी सतर्कता हम उन साजिशों से निपट लेंगे।’’ आतंकवादियों के खिलाफ हालिया अभियानों की सफलताओं के बारे में पूछे जाने पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने कहा कि सुरक्षा बल रोज़ाना मिलने वाले खुफिया इनपुट के आधार पर लगभग दो दर्जन अभियान संचालित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कभी एक दो अभियान सफल हो जाते हैं और कभी एक भी सफल नहीं हो पाता।