By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 25, 2020
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विमानन मंत्री ने कहा कि पिछले महीने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे पायलट, सह-पायलट और हवाई यातायात नियंत्रण की तरफ से की गई ‘‘मानवीय चूक’’ वजह थी। कराची में इस हादसे में 97 लोगों की मौत हो गई थी। इस घोषणा के साथ ही हादसे की एक अन्य वजह सामने आयी है। इससे पहले पाकिस्तान के जांचकर्ताओं ने कहा था कि इंजन में खराबी आने के कारण विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। यह विमान जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के समीप एक रिहायशी इलाके में 22 मई को दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। 91 यात्रियों और चालक दल के आठ सदस्यों को लेकर जा रहे एयरबस ए320 में केवल दो लोग जीवित बचे थे।
विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने हादसे की पाकिस्तान द्वारा की गई जांच में प्रारंभिक नतीजों की संसद में जानकारी देते हुए बताया कि पायलट ने लैंडिंग करते समय हवाई विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने हादसे की पाकिस्तान द्वारा की गई जांच में प्रारंभिक नतीजों की संसद में जानकारी देते हुए बताया कि पायलट ने लैंडिंग करते समय हवाई यातायात नियंत्रण के दिशा-निर्देशों को नजरअंदाज किया। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर के अनुसार पायलटों ने उड़ान के दौरान कोरोना वायरस पर चर्चा की थी। यह रिकॉर्डर बाद में मलबे में से बरामद किया गया था। खान ने बताया कि यह हादसा तब हुआ जब विमान ने दूसरी बार उतरने की कोशिश की। हवाई यातायात नियंत्रण ने पायलट को तीन बार बताया कि विमान लैंडिंग के लिए कम ऊंचाई पर है लेकिन उसने सुनने से इनकार करते हुए कहा कि वह विमान को उतार देगा। मंत्री ने बताया कि जब विमान ने पहली बार उतरने की नाकाम कोशिश की तो हवाई यातायात नियंत्रण ने पायलटों को इंजन को पहुंचे नुकसान के बारे में सूचित नहीं किया था। खान ने संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली को बताया, ‘‘विमान के इंजन क्षतिग्रस्त हो गए थे लेकिन हवाई यातायात नियंत्रण ने पायलट को सूचना नहीं दी। अत: पायलटों और एटीसी दोनों ने प्रोटोकॉल्स का पालन नहीं किया।’’ उन्होंने बताया कि विमान में सवार चालक दल के सदस्य स्वस्थ थे और एयरबस ए320 उड़ान के लिए पूरी तरह तैयार था तथा दुर्घटना से पहले उसमें ‘‘कोई तकनीकी खामी नहीं थी।