By अभिनय आकाश | Jan 25, 2024
पाकिस्तान में 8 फरवरी को मतदान होना है जिसके लिए चुनाव प्रचार चरम पर है। लेकिन प्रचार के दौरान वहां जो हो रहा है वह किसी सियासी सर्कस से काम नहीं है। पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी का चुनाव चिन्ह शेर है। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ता असली शेर ही चुनाव में ले आए। इस ड्रामेबाजी के बीच पाकिस्तान संकट के ऐसे भवन में फंसा है जहां से बाहर निकलना बड़ी चुनौती है। प्रचार के दौरान भी इसकी खूब चर्चा हो रही है। नवाज शरीफ का पाकिस्तान को एशियाई टाइगर बनाने का सपना तो चकनाचूर हो गया लेकिन चुनाव में पूरी दुनिया पाकिस्तान का सियासी सर्कस जरूर देख रही है।
पाकिस्तान के सबसे सीनियर नेताओं में सोमवार नवाज शरीफ की लाहौर में रैली थी। इस रैली में कुछ ऐसा हुआ जिससे पूरी दुनिया में पाकिस्तान का एक बार फिर मजाक बन गया। पीएमएनएल की चुनावी रैली में कार्यकर्ता असली शेर लेकर पहुंच गए। यह रैली लाहौर में थी इसके लिए भाड़े की भीड़ भी जुटा गई लेकिन सर्कस तब शुरू हो गया जब रैली में ही पिंजरे में एक शेर लाया गया। लाहौर रैली में नवाज के आने से पहले कुछ कार्यकर्ता शेर लेकर पहुंच गए थे। जब पार्टी की फजीहत शुरू हुई तो मरियम और नवाज दोनों की नींद खुली और फटकार लगाने की दिखाए वाली कार्रवाई शुरू हुई। पीएमएल-एन नेता मरियम औरंगजेब ने कहा कि नवाज शरीफ ने मोहिनी रोड पर रैली में शेर लाने पर ध्यान दिया और जानवर को तुरंत वापस भेजने का निर्देश दिया।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि नवाज शरीफ ने निर्देश दिया है कि पाकिस्तान की किसी भी रैली में कोई असली शेर या कोई अन्य जानवर नहीं लाया जाना चाहिए। इस बीच, अपनी रैली में नवाज शरीफ ने कहा कि प्रधानमंत्री पद से उनके हटने के बाद पाकिस्तान संकट में है। मियां नवाज की हिदायत का कितना असर होगा यह तो कहना मुश्किल है लेकिन 8 फरवरी को होने वाले चुनाव से पहले पाकिस्तान में चुनाव प्रचार रफ्तार पकड़ चुका है।