हैदराबाद। चीन के साथ सीमा पर चल रहे गतिरोध के बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि सरकार देश को बताए कि चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा किया है या नहीं और वह चीन से क्या बात कर रही है। यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हैदराबाद के सांसद ने कहा कि गृह मंत्री (अमित शाह) और रक्षा मंत्री (राजनाथ सिंह) बड़ी आसानी से देश को बता सकते हैं कि चीन को उन्होंने क्या कहा है। उन्होंने कहा, ‘‘क्या वाकई वे चीन से बात कर रहे हैं, क्योंकि हमारी सेना के अधिकारी और चीन की सेना पीएलए के अधिकारी भी एक दूसरे से बात कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार को देश को बताना चाहिए...उन्हें शर्म क्यों आ रही? वे चुप्पी क्यों साधे हुए हैं? ’’
ओवैसी की टिप्पणी ऐसे वक्त आयी है जब एक दिन पहले ही भारत और चीन ने गतिरोध दूर करने के लिए वार्ता की है। ओवैसी ने कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन को फिर से ‘असंवैधानिक’ बताया और आरोप लगाया कि सरकार संकट से निपटने में पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने कहा, ‘‘अपना संवैधानिक कर्तव्य निभाने में वे नाकाम रहे हैं। उन्होंने लॉकडाउन लागू किया जिसे मैं पहले दिन से असंवैधानिक कह रहा हूं। ’’ एआईएमआईएम नेता ने दावा किया कि सरकार ने लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य ढांचे को बेहतर करने का काम नहीं किया और गुजरात में मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।
सांसद ने कहा, ‘‘सरकार पूरी तरह नाकाम रही है...12 करोड़ लोगों की नौकरी जा चुकी है, उन्हें राहत प्रदान करने के लिए कोई योजना नहीं है। ’’ ओवैसी ने कहा कि देश में जिस तरह संक्रमण बढ़ रहा है यह बड़ी चिंता की बात है। सरकार को संक्रमण रोकने पर ध्यान देना चाहिए। ओवैसी ने आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रवासी मजदूरों के मुद्दे के समाधान में नाकाम साबित हुए। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार में वह (नीतीश कुमार) बहुत लचर तरीके से इससे निपट रहे हैं और वहां पर अब रैली हो रही है।’’ ओवैसी ने परोक्ष रूप से रविवार को अमित शाह की ‘डिजिटल रैली’ का हवाला दिया।