राज्यसभा में प्रधानमंत्री के भाषण के बीच विपक्ष का वॉकआउट, मोदी बोले- झूठ फैलाने वालों में सच सुनने की ताकत नहीं

By अंकित सिंह | Jul 03, 2024

राष्ट्रपति अभिभाषण पर राज्यसभा में लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री मोदी के जवाब के बीच कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उच्च सदन में कहा कि मैं कर्तव्य से बंधा हूं, मैं यहां कोई ‘स्कोर’ करने नहीं आया; देश की जनता को हिसाब देना मैं अपना कर्तव्य मानता हूं। उन्होंने कहा कि देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों में सच सुनने की ताकत नहीं है। जिनमें सत्य का सामना करने का साहस नहीं है, उनमें इन चर्चाओं में उठे प्रश्नों के उत्तर सुनने का साहस नहीं है। वे उच्च सदन का, उच्च सदन की गौरवशाली परंपरा का अपमान कर रहे हैं। 

 

इसे भी पढ़ें: 'विकास का नया अध्याय गढ़ेगा भारत', PM Modi बोले- पिछले दस साल तो ‘एपेटाइजर’ रहे, ‘मेन कोर्स’ तो अब शुरू हुआ है


मोदी ने कहा कि 140 करोड़ लोगों के जनादेश को 'पचा' नहीं पा रहा विपक्ष! कल, उनकी सभी रणनीतियाँ और कार्यवाहियाँ विफल हो गईं। अतः आज उनमें लड़ने का साहस नहीं रह गया था। इसलिए, वो मैदान छोड़ कर भाग गए हैं...। विपक्ष पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि आपकी वेदना मैं समझ सकता हूं, 140 करोड़ देशवासियों ने जो निर्णय दिया है, जो जनादेश दिया है, उसे ये पचा नहीं पा रहे हैं। कल उनकी सारी हरकतें फेल हो गईं, तो आज उनका वो लड़ाई लड़ने का हौसला भी नहीं था, इसलिए वो मैदान छोड़कर भाग गए। 


प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक संकटों की वजह से कुछ समस्याएं उत्पन्न हुईं, लेकिन हमने 12 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी देकर इसका असर किसानों पर नहीं पड़ने दिया। हमने कांग्रेस के मुकाबले कहीं अधिक पैसा किसानों तक पहुंचाया। अन्न भंडारण का विश्व का सबसे बड़ा अभियान हमने हाथ में लिया और इस दिशा में काम चल पड़ा है। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर हमने देश की विकास यात्रा को रफ्तार देने की कोशिश की है। आजादी के बाद अनेक दशकों तक जिनको कभी पूछा नहीं गया, हमारी सरकार उनको पूछती तो है, पूजती भी है।

 

इसे भी पढ़ें: मोदी सरकार के कार्यकाल में लोगों का खर्च बढ़ा, आमदनी लुढ़की और बचत घटी


मोदी ने कहा कि दिव्यांग भाई-बहनों के साथ उनकी कठिनाइयों को समझते हुए गरिमापूर्ण जीवन की दिशा में काम किया है। हमारे समाज में किसी न किसी कारण से एक उपेक्षित वर्ग ट्रांसजेंडर वर्ग है। हमारी सरकार ने ट्रांसजेंडर साथियों के लिए कानून बनाने का काम किया है। पश्चिम के लोगों को भी आश्चर्य होता है कि भारत इतना प्रोग्रेसिव है। पद्म अवॉर्ड में भी ट्रांसजेंडर को अवसर देने में हमारी सरकार आगे आई। उन्होंने कहा कि भारत ने महिला नेतृत्व वाले विकास की दिशा में निर्णायक कदम उठाए हैं और आज हम उसके परिणाम हैं। हमने महिलाओं के स्वास्थ्य, स्वच्छता और कल्याण के क्षेत्र में भी काम किया है। 

प्रमुख खबरें

रोबोट के आत्महत्या करने का मामला, क्या वाकई में सुसाइड कर सकते हैं Robot?

Agra Jama Masjid Case: अयोध्या, मथुरा, काशी के बाद अब जामा मस्जिद के सर्वेक्षण का अनुरोध, HC ने ASI से मांगा जवाब

राहुल गांधी अचानक पहुंचे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, लोको पायलटों से की मुलाकात, जानिए क्या हुई बात

Rishi Sunak को क्यों झेलनी पड़ी इतनी बड़ी हार? क्या रही इसकी वजह, 5 प्वाइंट में जानें