By अनुराग गुप्ता | Aug 12, 2021
नयी दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में एक बार फिर से विपक्षी दलों ने एकजुटता दिखाते हुए प्रदर्शन किया। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत विपक्षी दलों के तमाम नेता मौजूद रहे। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि संसद समाप्त होने के बावजूद विपक्षी दलों ने विरोध प्रदर्शन किया।
इसी बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हमने सरकार से पेगासस पर बहस करने के लिए कहा लेकिन सरकार ने पेगासस पर बहस करने से मना कर दिया। हमने संसद के बाहर किसानों का मुद्दा उठाया और हम आज यहां आपसे (मीडिया) बात करने आए हैं क्योंकि हमें संसद के अंदर नहीं बोलने दिया गया। ये देश के लोकतंत्र की हत्या है।
राहुल गांधी ने कहा कि पहली बार राज्यसभा में सांसदों की पिटाई हुई। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री इस देश को बेचने का काम कर रहे हैं, हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री दो-तीन उद्योगपतियों को हिन्दुस्तान की आत्मा बेच रहे हैं। इसलिए विपक्ष सदन के अंदर किसानों, बेरोज़गारों, इंश्योरेंस बिल और पेगासस की बात नहीं कर सकता है।
वहीं राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि मार्शल लॉ में कानून पास हो रहा है। उन्होंने कहा कि संसद में हमें बोलने नहीं दिया गया। सरकार का अहंकार सामने आ रहा है। सदन में मार्शलों ने बिल पास किए।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि विपक्ष को संसद में अपने विचार रखने का मौका नहीं मिला। महिला सांसदों के खिलाफ कल की घटना लोकतंत्र के खिलाफ थी। ऐसा लगा जैसे हम पाकिस्तान सीमा पर खड़े हैं।