By अंकित सिंह | Aug 23, 2024
ओडिशा विधानसभा में आज उस समय अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला जब कुछ विपक्षी विधायकों ने सदन की मर्यादा को ताक पर रखते हुए कार्यवाही में बाधा डाली। नाटकीय घटनाक्रम में विधायक स्पीकर की कुर्सी के पास पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे तथा हंगामा करने लगे। इस घटना का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें स्पीकर सुरमा पाढ़ी विधानसभा में हो रहे हंगामे को संभालने की कोशिश करते हुए असहज दिख रही हैं।
20 सेकंड की क्लिप में तनावपूर्ण माहौल को कैद किया गया है, जिसमें स्पीकर पाढ़ी, विपक्षी सदस्यों द्वारा मचाई गई अराजकता के बीच व्यवस्था बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही हैं। ओडिशा में विपक्ष जहरीली शराब के मुद्दे पर मुखर रहा है, जो हाल ही में सुर्खियों में रहा है। पिछले कुछ दिनों में जहरीली शराब के सेवन से कई मौतें हुई हैं, जिसके कारण विपक्ष ने भाजपा सरकार पर हमला किया है। नयागढ़ जिले के रानपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली सुरमा पाढ़ी अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार थीं और निर्विरोध चुनी गईं।
उनके निर्वाचन के समय मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव, विपक्ष के नेता नवीन पटनायक और विधानसभा के अन्य सदस्यों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं थी। सुरमा पाढ़ी भाजपा की अनुभवी नेता हैं। खबरों के अनुसार, पाढ़ी 1988 में भाजपा में शामिल हुई थीं। राज्य विधानसभा में उनका प्रवेश 20 साल पहले हुआ था जब वे 2004 में भाजपा के टिकट पर नयागढ़ जिले की रानपुर सीट से विधायक चुनी गई थीं। 2004 से 2009 तक, उन्होंने ओडिशा में तत्कालीन बीजद-भाजपा गठबंधन सरकार में सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में कार्य किया। 63 वर्ष की उम्र में, पाढ़ी एक बार फिर रानपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुनी गईं, उन्होंने बीजद के सत्यनारायण प्रधान को 15,544 मतों के अंतर से हराया।