By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 30, 2018
वाशिंगटन। पेंटागन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज कहा कि नयी दिल्ली में अगले हफ्ते होने वाली ‘‘टू प्लस टू’’ वार्ता भारत और अमेरिका के संबंधों को महत्वपूर्ण रूप से आगे बढ़ाने का एक अवसर है। एशिया और प्रशांत सुरक्षा मामलों के प्रभारी सहायक रक्षा मंत्री रैंडल जी स्राइवर ने एक कार्यक्रम में कहा कि हमारे पास संबंधों को महत्वपूर्ण तरीकों से आगे बढ़ाने का एक अवसर है। हम क्षेत्रीय मुद्दों और रणनीतिक मुद्दों के बारे में बात करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे वास्तविक ठोस परिणाम सामने आएंगे।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो और रक्षा मंत्री जिम मैटिस टू प्लस टू वार्ता के लिए अगले हफ्ते भारत जा रहे हैं। भारत में उनकी समकक्ष क्रमश: सुषमा स्वराज और निर्मला सीतारमण इसकी मेजबानी करेंगी। उन्होंने कहा कि यह रणनीतिक, उच्चस्तरीय वार्ता और ठोस नतीजों का एक बहुत अच्छा मिश्रण है जो 6-7 सितंबर को दिल्ली में बैठक से आगे रिश्तों को आगे बढ़ाने में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि इसलिए, रणनीतिक मुद्दों, क्षेत्रीय और सुरक्षा मुद्दों पर बातचीत निश्चित रूप से चीन के संबंध में हमारे साझा हित और समझ है।
वरिष्ठ पेंटागन अधिकारी ने इसे ऐतिहासिक बैठक बताते हुए कहा कि नेतागण अफगानिस्तान या वहां साझा हितों तथा राजनीतिक समाधान के बारे में बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में, दोनों देश कई समझौतों की दिशा में काम कर रहे हैं। स्राइवर ने कहा कि इन ठोस परिणामों से भारत और अमेरिका के लिए बेहतर भविष्य का रास्ता साफ हो सकेगा। उन्होंने कहा कि हम अपने कुछ अभ्यासों का दायरा बढ़ाने जा रहे हैं। इसके साथ ही इन अभ्यासों में भाग लेने वाले तत्वों को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।