By अंकित सिंह | Jul 15, 2022
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज है। उत्तर प्रदेश का भी इसको लेकर नई तरह की राजनीति देखने को मिल रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ लगातार हमलावर रहने वाले और फिलहाल अखिलेश यादव के साथ गठबंधन में शामिल ओमप्रकाश राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने जबरदस्त तरीके से अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे बुलाकर कहा कि आप पिछड़े, दलित, वंचित की लड़ाई लड़ते हैं। आप द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें। मैंने उनसे मुलाकात की। जिसके बाद गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई। उनसे बात होने के बाद हमने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का ऐलान किया है।
अखिलेश यादव पर हमला करते हुए राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता को हमारी जरूरत नहीं है। प्रेस वार्ता में जयंत चौधरी को बुला लेते हैं, लेकिन ओपी राजभर को न बुलाना। राज्यसभा चुनाव आया तो राज्यसभा जयंत चौधरी को दे देना, MLC चुनाव में हमें न पूछना। उनकी तरफ से नजरअंदाज करने वाली चीजें हो रही हैं। इससे पहले राजभर ने समाजवादी पार्टी (सपा) से बढ़ती तल्खी की खबरों के बीच कहा था कि उन्हें अखिलेश यादव की तरफ से ‘तलाक’ मिलने का इंतजार है, लेकिन वह स्वयं सपा से गठबंधन तोड़ने की पहल नहीं करेंगे। उन्होंने दावा किया था कि वह अब भी सपा के साथ हैं। अखिलेश यादव यदि उन्हें अपने साथ नहीं रखना चाहेंगे, तो वह सपा के साथ जबरदस्ती नहीं रहेंगे।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधानसभा में सुभासपा के छह विधायक हैं। उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव सुभासपा और सपा ने एक साथ मिलकर लड़ा था। सुभासपा ने 18 सीटों पर चुनाव लड़ा था और छह पर जीत हासिल की थी। इससे पहले, 2017 के विधानसभा चुनाव में सुभासपा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ थी और राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद सत्ता में शामिल भी हुई थी लेकिन बाद में पार्टी सरकार से अलग हो गयी थी।