By अंकित सिंह | Feb 23, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के विरोध में कई जगह केस दर्ज हुए थे। आज उन्हें गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने 28 फरवरी तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। जिसके बाद वह रिहा हो गए हैं। रिहा होने के बाद पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि संवैधानिक मूल्यों को बचाने का संघर्ष लगातार जारी रहेगा। अपने बयान में उन्होंने कहा कि प्राथमिकी और नोटिस की प्रति प्रस्तुत किए बिना, मुझे विमान से उतार दिया गया और असम पुलिस ने अवैध तरीके से गिरफ्तार कर लिया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मुझे न्यायिक प्रणाली पर पूरा भरोसा है जिसने आज मेरी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा की। उन्होंने कहा कि इस देश की रक्षा के लिए हमारा संघर्ष, संवैधानिक मूल्यों की रक्षा- मेरे नेता राहुल गांधी निडर होकर अपना संघर्ष जारी रखे हुए हैं, मैं उनके प्रयास को और मजबूत करूंगा। रायपुर में पार्टी के 85वें पूर्ण सत्र के लिए अपने अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं अभी वहां जा रहा हूं। आपको बता दें कि प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन-न्यायाधीशों की पीठ ने कहा कि दिल्ली में सक्षम मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने पर खेड़ा को अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया जाये।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पवन खेड़ा के खिलाफ हुई कार्रवाई को प्रधानमंत्री मोदी की ‘‘बदले, प्रताड़ना और डराने’’ की राजनीति का नया उदाहरण करार दिया। कांग्रेस ने पार्टी नेता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरकार पर भारत के लोकतंत्र को ‘‘हिटलरशाही’’ और ‘‘तानाशाही’’ में बदलने का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं को इस ‘गलतफहमी’ में नहीं रहना चाहिए कि वे कानून से ऊपर हैं।