By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 18, 2022
मुंबई। महाराष्ट्र के लोगों ने राज्य सरकार की अपील पर बुधवार को स्कूलों, कुछ अस्पतालों के अलावा सरकारी तथा निजी संस्थानों में सामूहिक रूप से राष्ट्रगान गाया। महाराष्ट्र सरकार ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत लोगों से सामूहिक रूप से राष्ट्रगान गाने की अपील की थी। राज्य सरकार ने लोगों से बुधवार को सुबह 11 बजे से 11 बजकर एक मिनट के बीच राष्ट्रगान गाने की अपील की थी। राज्य सरकार के सभी विभागों, विश्वविद्यालयों तथा कॉलेजों के लिए इसमें भाग लेना अनिवार्य था जबकि नागरिकों से भी इसमें भाग लेने की अपील की गयी थी।
सरकार की अपील पर सुबह 11 बजे राज्यभर के स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी और निजी कार्यालयों तथा अन्य प्रतिष्ठानों में सामूहिक रूप से राष्ट्रगान गाया गया। मानसून सत्र की शुरुआत होने पर राज्य विधानसभा परिसर में भी राष्ट्रगान गाया गया। राष्ट्रगान के बाद लोगों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाए। राज्य सरकार द्वारा पिछले सप्ताह जारी आदेश के अनुसार, निजी प्रतिष्ठानों, व्यापारियों और यहां तक कि केंद्र सरकार के अधीन आने वाले अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारियों के भी राष्ट्रगान के गायन में भाग लेने की उम्मीद थी।
वहीं, छात्रों से खुले मैदान में राष्ट्रगान गाने की अपील की गयी थी। सार्वजनिक घोषणा के बाद बृहन्मुंबई महानगर पालिका के मुख्यालय में अधिकारियों और आगंतुकों ने राष्ट्रगान गाया। सुबह घड़ी में 11 बजते ही बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के स्कूलों, अस्पतालों, कार्यालयों और अन्य प्रतिष्ठानों में उत्साहपूर्वक राष्ट्रगान गाया गया। दक्षिण मुंबई में स्थित महाराष्ट्र सचिवालय और राज्य सरकार के अन्य कार्यालयों में कर्मचारियों और आगंतुकों ने राष्ट्रगान के सामूहिक गायन में भाग लिया। पुणे पुलिस कमिश्नरी में भी राष्ट्रगान गाया गया। नागपुर में जिलाधिकारी आर विमला ने राष्ट्रगान के सामूहिक गायन का नेतृत्व किया। इसके अलावा राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों द्वारा भी राष्ट्रगान गाया गया।