By अंकित सिंह | Jul 21, 2023
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर मठ में भेजने की बात करने वाले ओमप्रकाश राजभर की एनडीए में वापसी हो गई है। एनडीए में वापसी के बाद उन्होंने पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद ओमप्रकाश राजभर ने योगी आदित्यनाथ के जबरदस्त तरीके से तारीफ की। उन्होंने दावा किया कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश तरक्की कर रहा है। आपको बता दें कि पिछले दिनों ओमप्रकाश राजभर की एनडीए में वापसी हुई थी। दिल्ली में आयोजित एनडीए की बैठक में वे शामिल भी हुए थे। इसके बाद लगातार में दावा कर रहे हैं कि 2024 में एक बार फिर से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे।
मुलाकात के बाद राजभर ने ट्वीट कर कहा कि NDA में शामिल होने के बाद उत्तर प्रदेश के यशस्वी माननीय मुख्यमंत्री आदरणीय योगी आदित्यनाथ से लखनऊ स्थित आवास पर शिष्टाचार मुलाक़ात हुई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चर्चा के दौरान भर/राजभर जाती को अनुसूचित जनजाति का दर्जा( इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश का पालन) के लिए प्रस्ताव भारत सरकार को भेजने पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि जनकल्याण के मार्ग पर चलते हुए योगी जी ने उत्तर प्रदेश को उन्नति की जो ऊँचाइयाँ दी है। वह निश्चित रूप से अभूतपूर्व है। उन्होंने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से भी मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि आज NDA में शामिल होने के बाद कार्यकर्ताओं में बेहद लोकप्रिय, सरल एवं सहज उत्तर प्रदेश के यशस्वी माननीय उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जी से सुखद भेंट हुई। माननीय प्रधानमंत्री जी के विकास यात्रा को जन जन तक लेकर जाने और लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में एनडीए को 80 सीटों पर विजय दिलाने का संकल्प लिया गय l
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रह चुके और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से ताल्लुक रखने वाले राजभर के नेतृत्व वाली सुभासपा रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हुई। राजभर के राजधानी दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद यह घोषणा की गई। शाह ने एक ट्वीट में कहा था, ‘‘ओम प्रकाश राजभर से दिल्ली में भेंट हुई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से जुड़ने का निर्णय लिया है। मैं राजग परिवार में उनका स्वागत करता हूं।’’ सुभासपा प्रमुख 18 जुलाई को दिल्ली में राजग की बैठक में भी शामिल हुए। राजभर ने उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन में लड़ा था, लेकिन उम्मीद के मुताबिक सफलता न मिलने के बाद वह सपा से अलग हो गए थे।