By अनुराग गुप्ता | May 04, 2022
लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने बुधवार को वीवीआईपी गेस्ट हाउस में भाजपा के दो दिग्गज नेताओं से मुलाकात की। जिसके बाद सूबे की सियासत गर्मा गयी और सवाल खड़े होने लगे कि क्या ओम प्रकाश राजभर समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव को तगड़ा झटका देने वाले हैं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि ओम प्रकाश राजभर ने विधानसभा चुनाव के दौरान सपा प्रमुख के साथ मिलकर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर प्रचार-प्रसार किया था।
क्या भाजपा से हाथ मिलाएंगे राजभर ?
ओम प्रकाश राजभर अपने बेटे अरुण राजभर के साथ लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस पहुंचे, जहां पर उन्होंने भाजपा के दो दिग्गज नेताओं से मुलाकात की। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के साथ बंद कमरे में ओम प्रकाश राजभर की बैठक करीब 2 घंटे तक चली। जिसको लेकर एक बार फिर से अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि बैठक के बाद ओम प्रकाश राजभर का बयान भी सामने आया।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि वो अपने क्षेत्र के कुछ काम के सिलसिले में मिलने आए थे। हालांकि उन्होंने भाजपा में शामिल होने की संभावनाओं को लेकर कहा कि राजनीति में संभावनाएं कभी भी समाप्त नहीं होती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दयाशंकर सिंह ने बताया कि ओम प्रकाश राजभर एक बस डिपो की मांग को लेकर मिलने आए थे।
हाल ही संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा को मिली जीत के बाद सपा गठबंधन में बगावत शुरू हो गई। जहां एक तरफ अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच ठन गई है तो वहीं दूसरी तरफ ओम प्रकाश राजभर ने भाजपा नेताओं संग मुलाकात की और यह भी कह दिया कि राजनीति में संभावनाएं कभी समाप्त नहीं होती हैं। ऐसे में सवाल खड़े होने लगे कि क्या सपा गठबंधन पूरी तरह से ध्वस्त होने वाला है ?