By अनन्या मिश्रा | Mar 20, 2024
सनातन धर्म में सभी देवी-देवताओं की पूजा और मांगलिक कार्यों में पान के पत्ते का विशेष इस्तेमाल किया जाता है। मान्यता के मुताबिक भगवान की पूजा में विभिन्न प्रकार के भोग लगाए जाते हैं और साथ में पान चढ़ाने से देवी-देवता अधिक प्रसन्न होते हैं।
पूजा-अर्चना के साथ-साथ ज्योतिष उपायों में भी पान के पत्ते का उपयोग किया जाता है। बता दें कि देवी-देवता को दिन के अनुसार किस तरह से पान के पत्ते अर्पित करना चाहिए। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं।
सोमवार के दिन
सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव को बेलपत्र के साथ पान का पत्ते जरूर अर्पित करना चाहिए। इस उपाय को करने से जीवन में आने वाली परेशानियों का अंत होगा। साथ ही सभी कार्यों में सफलता मिल सकती है।
मंगलवार के दिन
मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है। इस दिन पान के पत्ते में नारंगी सिंदूर रख हनुमान जी को अर्पित करने से व्यक्ति पर बजरंगबलि की कृपा बनी रहती है और मन शांत रहता है।
बुधवार के दिन
बुधवार के दिन पान के पत्ते के ऊपर कसैली रखकर भगवान श्रीगणेश को चढ़ाने से जातक को सुख-समृ्द्धि की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा व्यक्ति को सभी तरह के विघ्नों से छुटकारा मिल सकता है।
गुरुवार के दिन
गुरुवार का दिन भगवान श्रीहरि विष्णु को समर्पित होता है। गुरुवार के दिन पान के पत्ते पर हल्दी का लेप लगाकर माला बना लें। फिर इसे भगवान श्रीहरि विष्णु को अर्पित कर दें। इससे आपके ऊपर हमेशा श्रीहरि की कृपा बनी रहेगी। साथ ही व्यक्ति को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
शुक्रवार के दिन
शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी के चरणों में पान का पत्ता चढ़ाने से व्यक्ति को धन हानि की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
शनिवार के दिन
शनिवार के दिन शनिदेव को पान के पत्ते में काले तिल रखकर सरसों का तेल चढ़ाएं। इस उपाय को करने से शनिदोष से छुटकारा मिल सकता है। साथ ही सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है।
रविवार के दिन
रविवार के दिन पान के पत्ते से सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। इससे व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है और रोगदोष से भी छुटकारा मिल सकता है।