By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 01, 2019
नयी दिल्ली। कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित न्यूनतम आय योजना ‘न्याय’ का पूर्ण समर्थन करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा कि इसका बिहार के लोगों के लिये दूरगामी प्रभाव होगा और गरीबी के दुष्चक्र पर व्यापक प्रहार होगा। तेजस्वी ने यह भी कहा कि बिहार में महागठबंधन समाज के दबे-पिछड़ों और हाशिये पर चल रहे लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाला है जिसने भाजपा ने नेतृत्व वाले राजग को परेशान कर रखा है। उन्होंने दोहराया कि यह ‘निस्तेज गठबंधन’ नहीं बल्कि न सिर्फ राजनीतिक दलों बल्कि समाज के विभिन्न घटकों का भी मजबूत इंद्रधनुषी गठबंधन है।
इसे भी पढ़ें: बगावत की राह पर लालू के बड़े लाल, RJD के संरक्षक पद से दिया इस्तीफा
यादव ने कहा कि कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित न्यूनतम आय योजना या ‘न्याय’ के बिहार के लोगों पर दूरगामी प्रभाव होंगे। यह गरीबों के हाथ में आधारभूत जरूरतों पर खर्च करने के लिये हर महीने एक नियमित रकम रखने का वादा करती है। यादव ने कहा कि बिहार के लोग केंद्र और राज्य सरकारों की गरीब विरोधी नीतियों और कृत्यों से ‘अन्याय’ के शिकार रहे हैं और यह सही समय है जब उन्हें ‘न्याय’ की मांग करनी चाहिए और उसे हासिल करना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा करीब एक हफ्ते पहले की गई बड़ी घोषणा में कहा गया था कि उनकी पार्टी अगर लोकसभा चुनावों के बाद सत्ता में आई तो गरीब परिवारों को हर साल न्यूनतम आय के तौर पर 72 हजार रुपये दिये जाएंगे। बिहार में तेजस्वी की पार्टी ने कांग्रेस और चार अन्य दलों के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव के लिये महागठबंधन बनाया है।
इसे भी पढ़ें: तेजस्वी यादव की विपक्षी नेताओं से अपील, बोले- टीवी न्यूज़ चैनलों की बहस से दूर रहें
उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकारों के “आर्थिक कुप्रबंधन” के बाद यह योजना उन लोगों के हाथों में रकम रखेगी जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। तेजस्वी ने कहा कि राजद को पूरा यकीन है कि ‘न्याय’ से गरीबी के दुष्चक्र पर “व्यापक और अभीष्ट” चोट की जा सकेगी जो गरीबों के लिये पहुंच और अवसरों को बुरी तरह बाधित करती है। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने महागठबंधन पर उठाए जा रहे सवालों के जवाब में कहा कि अब जब हमनें इसे आकार दे दिया...तो देखने वाली बात यह है कि राजग कितना परेशान है। घटक दलों के बीच लंबी बातचीत के बाद बिहार में ‘महागठबंधन’ ने शुक्रवार को सभी 40 संसदीय सीटों के बंटवारे का विवरण साझा किया था।