By रितिका कमठान | Jul 25, 2024
एआई चिप की दिग्गज कंपनी एनवीडिया ने टाटा कम्युनिकेशंस और जियो प्लेटफॉर्म्स जैसे भारतीय साझेदारों को जीएच200 एआई जैसे अपने नवीनतम चिप्स की आपूर्ति शुरू कर दी है। ये कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई)-क्लाउड बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहे हैं। कंपनी द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी ने साझेदारों को उत्पाद वितरित करने शुरु कर दिए है।
एनवीडिया के दक्षिण एशिया के प्रबंध निदेशक विशाल धूपर ने मनीकंट्रोल को बताया, "हां, हमारे साझेदारों द्वारा तैनाती जारी है, और हम उन्हें उत्पाद वितरित कर रहे हैं।" रिपोर्ट की मानें तो टाटा कम्युनिकेशंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए.एस. लक्ष्मीनारायणन ने इसकी पुष्टि की और कहा कि कंपनी को कुछ चिप्स प्राप्त हुए हैं, जिन्हें लगाया जा रहा है।
यह बात एनवीडिया द्वारा चिप्स की आपूर्ति में देरी को लेकर चिंता के बीच सामने आई है, क्योंकि जेन्सन हुआंग की कंपनी ने पिछले साल सितंबर में रिलायंस और टाटा समूह की कंपनियों के साथ साझेदारी की घोषणा की थी, ताकि उन्हें एआई-संचालित सुपरकंप्यूटर, एआई क्लाउड और जनरेटिव एआई अनुप्रयोगों को विकसित करने में मदद मिल सके।
विशाल धूपर ने बताया कि उनका ध्यान सहयोग, एनवीडिया की प्रौद्योगिकी और एआई उत्पादों के माध्यम से भारत के लिए "कठिन समस्याओं" को हल करने पर है। उन्होंने कहा कि कंपनी बाजार हिस्सेदारी के पीछे नहीं भाग रही है, बल्कि उसका ध्यान नए बाजार बनाने पर है, जिससे अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी। "हम ऐसा करना चाहते हैं, क्योंकि कोई भी इन्हें हल करने के लिए तैयार नहीं था। यह मेरी योग्यता के भीतर था; मैं संसाधन लगा सकता था और खुद को लागू कर सकता था, और मैं जानता हूं कि इसका लोगों और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ता है। मैं बाज़ार बनाता हूँ... मैं उद्योग बनाता हूँ। एक और विचारधारा है, जहाँ लोग तेज़ी से भागते हैं और बाज़ार में हिस्सेदारी चाहते हैं। उन्होंने कहा, "मैं अपनी ऊर्जा दीर्घकालिक समस्याओं, बाजार बनाने और लोगों को लाभ सुनिश्चित करने पर खर्च करना चाहूंगा।"