आलोक कुमार ने बताया कि पिछले साल दिसम्बर माह में उड़ीसा-छत्तीसगढ़ और प्रदेश के विभिन्न वनक्षेत्रों से भटक कर कान्हा परिक्षेत्र में एक जंगली हाथी ने प्रवेश किया था। कान्हा टाईगर प्रबंधन द्वारा इसे पकड़कर क्राल में रखकर चार महीने तक प्रशिक्षित किया। इस जंगली हाथी को क्राल से बाहर निकालकर अन्य विभागीय हाथियों के साथ रखकर प्रशिक्षित किया जा रहा है।