By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 04, 2024
उच्चतम न्यायालय के न्यायधीश न्यायमूर्ति भूषण आर गवई ने रविवार को कहा कि शीर्ष अदालत में जमानत याचिकाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है क्योंकि जिला अदालतों या यहां तक कि उच्च न्यायालयों में भी जमानत नहीं दी जा रही हैं।
पुणे के पिंपरी चिंचवड़ में एक नए न्यायालय भवन के ‘भूमि पूजन’ के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि उच्चतम न्यायालय में प्रतिदिन 15 से 20 जमानत याचिकाओं पर सुनवाई होती है।
उन्होंने कहा, ‘‘इन दिनों स्थिति यह है कि जिला न्यायालय में जमानत नहीं मिल पाती है। उच्च न्यायालयों में भी जमानत लेना एक चुनौती बन गया है। इसलिए उच्चतम न्यायालय में जमानत के लंबित मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है।’’
उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश अभय ओका ने कहा कि विवाह से संबंधित विवाद बढ़ रहे हैं और देशभर में पारिवारिक अदालतों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। कानूनी बिरादरी को ‘‘पूजा-पाठ’’ से बचने की सलाह देते हुए, न्यायमूर्ति ओका ने कहा कि उन्हें संविधान की प्रति के समक्ष सम्मान प्रकट करके अपना कार्यशुरू करना चाहिए।