By अभिनय आकाश | Sep 10, 2022
"God save our gracious king" के उद्घोष के साथ हजारों लोगों की एकट्ठा हुई भीड़ और परिषद के क्लर्क द्वारा की गई घोषणा के बाद ब्रिटेन में अब क्वीन के बाद किंग के राज का आगाज हो गया। एलिजाबेथ द्वितीय ने 70 साल तक देश पर शासन किया। जिनके निधन के बाद अब उनके उत्तराधिकारी और बड़े बेटे किंग चार्ल्स तृतीय को ब्रिटेन की गद्दी सौंप दी गई। इतिहास में पहली बार टेलीविजन पर प्रसारित परिग्रहण परिषद के एक ऐतिहासिक समारोह में किंग चार्ल्स तृतीय को औपचारिक रूप से ब्रिटेन का नया सम्राट घोषित किया गया।
अपनी मां, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के बाद 73 वर्षीय पूर्व प्रिंस ऑफ वेल्स को सिंहासन पारित किया गया था और शनिवार के समारोह में लंदन के सेंट जेम्स पैलेस में उनकी औपचारिक घोषणा और शपथ ग्रहण समारोह हुआ। किंग चार्ल्स III ने अपनी पहली प्रिवी काउंसिल की बैठक आयोजित की और "संप्रभुता के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को मानने" और अपनी दिवंगत मां के नक्शेकदम पर चलने की घोषणा की। उन्होंने राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में कहा कि वह महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन से बहुत दुखी हैं और जीवन पर्यंत राष्ट्र की सेवा करने का उनका काम जारी रखेंगे।
इससे पहले किंग चार्ल्स ने अपने सबसे बड़े बेटे विलियम और उनकी बहू केट को प्रिंस और प्रिंसेस ऑफ वेल्स की उपाधि से सम्मानित किया था। विलियम चार्ल्स और दिवंगत राजकुमारी डायना के सबसे बड़े बेटे हैं। इस बीच, भारत ने महारानी एलिजाबेथ के निधन पर सम्मान के तौर पर कल एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। 96 वर्षीय सम्राट के निधन के बाद दुनिया भर से शोक व्यक्त किया गया।