By रितिका कमठान | Oct 03, 2024
हर व्यक्ति चाहता है कि अच्छी जगह पर उसका घर हो। लोग रोटी, कपड़ा और मकान के लिए ही जीवन जीते है। लोगों के लिए अपनी खुद की छत होना बेहद महत्वपूर्ण है। अब देश में कई ऐसे शहर हैं जहां जुलाई से सितंबर महीने के बीच में घरों की बिक्री में इजाफा हुआ है। ये इजाफा पांच प्रतिशत का है।
आंकड़ों के मुताबिक देश में मकानों और ऑफिस की मांग काफी ऊपर हो गई है। इसी आधार पर देश के आठ प्रमुख शहरों में जुलाई-सितंबर में घरों की बिक्री में इजाफा हुआ है। सालाना आधार पर पांच फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। वहीं कार्यालय स्थल की कुल मांग 18 प्रतिशत बढ़ी है। ये आंकड़े रियल एस्टेट सलाहकार नाइट फ्रैंक इंडिया द्वारा जारी एक रिपोर्ट में पेश किए गए है। एक वेबिनार में ‘इंडिया रियल एस्टेट’ रिपोर्ट को पेश किया गया है, जिसमें 2024 की तीसरी तिमाही के आंकड़े शामिल किए गए है।
रिपोर्ट में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर में आठ शहरों में मकानों की बिक्री पांच प्रतिशत बढ़कर 87,108 इकाई हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 82,612 इकाई थी। कार्यालय स्थल की मांग 1.61 करोड़ वर्ग फुट से 18 प्रतिशत बढ़कर 1.9 करोड़ वर्ग फुट हो गई। यह वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) स्थापित करने की इच्छुक बहुराष्ट्रीय कंपनियों की उच्च मांग से प्रेरित रही। नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट एनारॉक और प्रॉपइक्विटी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के विपरीत है।
उनकी रिपोर्ट में देश के प्रमुख शहरों में जुलाई-सितंबर में कुल बिक्री में गिरावट की बात सामने आई थी। रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘ आवासीय बाजार में 2024 में गति अच्छी रही। 2024 की तीसरी तिमाही में इस साल की सर्वाधिक 87,108 इकाइयों की बिक्री दर्ज की गई है।’’ नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) शिशिर बैजल ने कहा कि घरों की बिक्री में वृद्धि एक करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले प्रीमियम मकानों की मांग की वजह से दर्ज हुई है। बैजल ने कहा, ‘‘ हालांकि, किफायती आवास खंड को लेकर चिंताएं हैं।’’ उन्होंने कहा कि उपलब्धता और सामर्थ्य संबंधी चुनौतियों के कारण इस श्रेणी में बिक्री में गिरावट आई है। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अलावा सभी बाजारों में घरों की बिक्री बढ़ी है।
दिल्ली एनसीआर में नहीं खरीद रहे लोग घर
दिल्ली-एनसीआर में बिक्री में सालाना आधार पर सात प्रतिशत की गिरावट आई है। मुंबई में सबसे अधिक 24,222 इकाइयों की बिक्री दर्ज की गई, जो बाजार के लिए एक नया उच्चस्तर है। मुंबई में बिक्री सालाना आधार पर नौ प्रतिशत बढ़ी। बेंगलुरु में बिक्री में 14,604 इकाइयों के साथ 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पुणे में मकानों की बिक्री एक प्रतिशत बढ़कर 13,200 इकाई हो गई, जबकि हैदराबाद में मांग नौ प्रतिशत बढ़कर 9,114 इकाई रही। अहमदाबाद में बिक्री 11 प्रतिशत बढ़कर 4,578 इकाई हो गई, जबकि कोलकाता में बिक्री 14 प्रतिशत बढ़कर 4,309 इकाई रही। चेन्नई में घरों की बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 4,105 इकाई हो गई। दिल्ली-एनसीआर में हालांकि जुलाई-सितंबर में आवासीय संपत्तियों की बिक्री सालाना आधार पर सात प्रतिशत घटकर 12,976 इकाई रह गई। कार्यालय स्थल की मांग पर नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट में कहा गया, कार्यालय स्थल की मांग 1.61 करोड़ वर्ग फुट से 18 प्रतिशत बढ़कर 1.9 करोड़ वर्ग फुट हो गई। यह वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) स्थापित करने की इच्छुक बहुराष्ट्रीय कंपनियों की उच्च मांग से प्रेरित रही।